अवैध निर्माण को कड़ा संदेश : सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद कोच्चि के चारों इमारतों को गिराया गया

Sunday, Jan 12, 2020 - 08:17 PM (IST)

कोच्चिः उच्चतम न्यायालय के आदेश पर अमल करते हुए पर्यावरण नियमों का उल्लंघन करने वालों को कड़ा संदेश देते हुए यहां झील के किनारे बने चार अवैध इमारतों को ध्वस्त करने की मुहिम रविवार को दो और इमारतों को नियंत्रित तरीके से ढहाए जाने के साथ पूरी हो गई। देश में अवैध आवासीय इमारतों के खिलाफ अपनी तरह की यह पहली मुहिम है। चारों इमारतों में करीब 350 फ्लैट थे, जो पिछले दो दिन की मुहिम के दौरान सेकंड भर में मलबे के ढेर में बदल गए।

एर्णाकुलम के जिला अधिकारी एस सुहास और कोच्चि पुलिस आयुक्त विज सखारे ने कहा कि ध्वस्त करने की मुहिम सफल रही। कोच्चि के मरादु नगरपालिका क्षेत्र में झील के किनारे स्थित इन ढांचों को गिराने में करीब 750 किलोग्राम विस्फोटक लगा। आठ महीने पहले शीर्ष अदालत ने तटीय नियमन क्षेत्र के प्रावधानों के उल्लंघन के आरोप में इन ढांचों को गिराने का आदेश दिया था। आस पास के लोगों को वहां से से हटा दिया गया था और किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए इमारत ध्वस्त करने से पहले खाली कराए गए जगह पर सुबह आठ बजे से शाम चार बजे तक सीआरपीसी की धारा 144 लगा दी गई थी।

सरकार ने यह स्पष्ट किया कि वह अदालत के आदेशों का पालन करेगी और फ्लैट मालिकों को वहां से हटाया। हालांकि फ्लैट मालिकों ने इसके खिलाफ यह कहकर प्रदर्शन किया कि उन्होंने इन फ्लैटों को खरीदने में अपनी जीवन भर की कमाई लगा दी। उच्चतम न्यायालय ने फ्लैट मालिकों को 25-25 लाख रुपये की अंतरिम क्षतिपूर्ति देने का आदेश दिया। इमारत ध्वस्त किए जाने से पहले एक फ्लैट मालिक ने कहा, ‘‘राज्य ने अपने नागरिकों के प्रति अन्याय किया है। इस हालात के लिए सरकार जिम्मेदार है।'' 55 मीटर ऊंची ‘‘गोल्डन कायालोरम'' का निर्माण तटीय नियमन क्षेत्र के प्रावधानों का उल्लंघन कर किया गया था। यह इमारत चारों अवैध अपार्टमेंट में सबसे छोटी थी जिसे दोपहर करीब ढाई बजे ध्वस्त किया गया।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कुछ तकनीकी कारणों से इस कार्य में करीब आधे घंटे की देरी हुई। इससे पहले सुबह 11 बजकर तीन मिनट पर जैन कोरल कोव को ध्वस्त किया गया, जिसकी ऊंचाई भी 55 मीटर थी। शनिवार को दो इमारतों एच2ओ होली फेथ और अल्फा सिरीन के ट्विन टावरों को ध्वस्त किया गया था। इससे पहले इमारत के दो सौ मीटर के इलाके में चारों तरफ से लोगों को हटा लिया गया था और सभी प्रकार के यातायात की आवाजाही रोक दी गई थी। देखते ही देखते कंक्रीट की इमारत कुछ सेकंड में ही भरभरा कर गिर गई और आस पास धुंए का गुबार छा गया। खाली कराए गए क्षेत्र के बाहर काफी संख्या में लोग अपने-अपने घरों की छतों और ऊंचाई वाले जगहों से इस दृश्य के गवाह बने। पुलिस और जिले के अधिकारी लगातार सतर्कता बनाए हुए थे।

Yaspal

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