अजमेर दरगाह ब्लास्ट के संदिग्ध ने योगी आदित्यनाथ को लेकर किया चौंकाने वाला खुलासा

Friday, Mar 24, 2017 - 12:31 PM (IST)

नई दिल्ली: वर्ष 2007 में हुए अजमेर दरगाह ब्लास्ट मामले से जुड़े एक संदिग्ध ने चौंकाने वाला दावा किया था जिसका खुलासा हाल ही में हुआ है। ब्लास्ट मामले में देवेंद्र गुप्ता और भावेश पटेल को आजीवन कारावास की सजा मिली। सजा तय करने से पहले एनआईए कोर्ट ने 8 मार्च, 2017 को 3 आरोपियों को दोषी करार दिया था। इनमें सुनील जोशी(2007 में मृत), भावेश और देवेंद्र गुप्ता को दोषी करार दिया गया। वहीं इस मामले से जुड़े एक संदिग्ध भरत मोहनलाल रतेश्वर ने एनआईए को बताया कि ब्लास्ट मामले के दोषी सुनील जोशी, जिसकी वर्ष 2007 में मध्य प्रदेश में हत्या हो गई थी, उसकी उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्य नाथ से मुलाकात हुई थी।

बयान के मुताबिक, रतेश्वर ने कहा कि हम एक आश्रम के गेस्ट हाउस में रुके थे। रात को वह और जोशी आदित्य नाथ से मिलने उनके घर के हाल में गए थे। जोशी और आदित्य नाथ बड़े ही गुप्त तरीके से बातें कर रहे थे। वहीं इस मामले पर रतेश्वर के वकील जे एस राणा ने कहा कि उसका बयान बतौर गवाह लिया गया था और बाद में उसे आरोपी बनाया गया, ऐसे में उसके बयान के कोई मायने नहीं। 

सीएमओ ने कुछ भी बोलने से किया इंकार
राजस्थान एटीएस और एनआईए की जांच के मुताबिक मीटिंग आदित्य नाथ के गोरखपुर स्थित घर में मार्च-अप्रैल 2006 में हुई थी। एनआईए ने बाद में यह दावा भी किया था कि दिसंबर 2007 में जोशी की हत्या के बाद उसकी जेब से जो डायरी बरामद की गई थी उसने योगी के कॉन्टैक्ट नंबर पाए गए थे। वहीं सीएमओ ने इस विषय पर कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया। रतेश्वर के बयान के मुताबिक उसे स्वामी असीमानंद ने सुनील जोशी के साथ गोरखपुर समेत झारखंड, आगरा और नागपुर जाने को कहा था। वहीं चार्जशीट के मुताबिक रतेश्वर और जोशी इंदौर में मिलने के बाद चितरंजन पहुंचे जहां उन्हें लेने जिला आरएसएस प्रचारक देवेंद्र गुप्ता पहुंचा। 

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