पाकिस्तान की एयर स्ट्राइक में 3 क्रिकेटरों की मौत: अफगानिस्तान ने T-20 सीरीज रद्द की, सीमा पर जंग जैसे हालात
punjabkesari.in Saturday, Oct 18, 2025 - 08:24 AM (IST)

नेशनल डेस्क: अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच तनाव अब सिर्फ सीमित संघर्ष नहीं रहा, बल्कि इसकी आँच खेल की दुनिया तक पहुंच गई है। पाकिस्तानी सेना द्वारा अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत में की गई एयर स्ट्राइक में तीन स्थानीय क्रिकेट खिलाड़ियों की मौत हो गई है, जिसके बाद अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने पाकिस्तान के खिलाफ नवंबर में प्रस्तावित T-20 सीरीज से हटने का ऐलान कर दिया है। यह फैसला सिर्फ खेल नहीं, राष्ट्रीय स्वाभिमान से जुड़ा बताया जा रहा है।
मैच से लौटते वक्त मौत की चपेट में आए खिलाड़ी
ये दर्दनाक हमला उस वक्त हुआ, जब कुछ क्रिकेटर शराना में स्थानीय मैच खेलकर अरगुन लौट रहे थे। पाकिस्तान की ओर से किए गए हमले में न सिर्फ तीन क्रिकेटरों की जान गई, बल्कि चार अन्य घायल भी हुए। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान ने यह कार्रवाई तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के खिलाफ की, लेकिन इसकी चपेट में आम नागरिक और खिलाड़ी आ गए।
Four of the eight local cricketers killed in the Pakistani strike on Paktika tonight. Pakistan is committing war crimes in Afghanistan under the pretense of targeting the TTP.@UN @UNAMAnews pic.twitter.com/2Hr8qDxXsV
— Nilofar Ayoubi 🇦🇫 (@NilofarAyoubi) October 17, 2025
क्रिकेट बोर्ड का सख्त रुख, पाकिस्तान के साथ खेलने से इनकार
इस घटना के बाद अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि "अपने नागरिकों की शहादत के बाद पाकिस्तान के साथ मैदान साझा करना नैतिक रूप से असंभव है।" बोर्ड ने न केवल पाकिस्तान, बल्कि श्रीलंका के साथ प्रस्तावित त्रिकोणीय T-20 सीरीज से भी खुद को अलग कर लिया है।
कूटनीतिक तनाव से सैन्य संघर्ष तक
इस पूरे घटनाक्रम के पीछे TTP और पाकिस्तान के बीच जारी हिंसक संघर्ष अहम कारण बताया जा रहा है। पाकिस्तान का आरोप है कि TTP आतंकियों को अफगानिस्तान में पनाह मिल रही है, जिनके हमलों में 2021 के बाद से अब तक 500 से अधिक पाकिस्तानी सैनिक मारे जा चुके हैं। वहीं, अफगानिस्तान ने इस मामले को पाकिस्तान का आंतरिक विषय बताते हुए उल्टा उस पर ISIS-K आतंकियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया, जिनकी गतिविधियाँ भारत तक फैली हुई हैं।
हवाई हमलों की श्रृंखला और जवाबी कार्रवाई
9 और 10 अक्टूबर: पाकिस्तान ने अफगान क्षेत्रों — काबुल, खोस्त, जलालाबाद और पक्तिका — पर बमबारी की, दावा किया कि TTP चीफ नूर वली मेहसूद को मार गिराया गया।
11 अक्टूबर की रात: अफगान बलों ने जवाबी हमला कर 58 पाक सैनिक मार गिराने और 25 चौकियों पर कब्जा करने का दावा किया।
12-13 अक्टूबर: दोनों ओर से भारी गोलीबारी, जिसमें पाकिस्तान ने 200 अफगान लड़ाकों को मारने का दावा किया।
17 अक्टूबर: एक बार फिर पाकिस्तान ने पक्तिका के अर्गुन और बारमाल में एयर स्ट्राइक की, जिसमें क्रिकेटरों की जान गई।
शांति वार्ता के बीच जंग का एलान
गौर करने वाली बात ये है कि इन संघर्षों के बीच कतर की मध्यस्थता से शांति वार्ता की कोशिशें जारी थीं, लेकिन पाकिस्तान की ओर से अचानक हुए हमले ने सीजफायर की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अफगानिस्तान ने इस कार्रवाई को राष्ट्रीय संप्रभुता का खुला उल्लंघन बताया है और चेतावनी दी है कि अब हर हमले का करारा जवाब दिया जाएगा।
बॉर्डर सील, क्षेत्रीय संकट गहराया
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पाकिस्तान ने टोरखम और चमन बॉर्डर को पूरी तरह सील कर दिया है। वहीं चीन, अमेरिका, भारत और रूस जैसे वैश्विक खिलाड़ी भी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। कतर और सऊदी अरब ने सीजफायर और वार्ता की अपील की है, लेकिन जमीनी हालात इस समय बेहद नाजुक बने हुए हैं।
अफगान क्रिकेट बोर्ड का श्रद्धांजलि संदेश
अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड का कहना है कि "पक्तिका प्रांत के अरगुन जिले से आने वाले बहादुर क्रिकेटरों की शहादत ने पूरे देश को शोक में डुबो दिया है। यह हमला कायरता की पराकाष्ठा है, जिसे कभी माफ नहीं किया जा सकता।"