भारत चीन विवाद के बीच वायुसेना प्रमुख पहुंचे लेह-लद्दाख, अग्रिम सीमा पर लड़ाकू विमान हुए तैनात
Friday, Jun 19, 2020 - 05:16 PM (IST)
नई दिल्लीः भारत और चीन के बीच पिछले डेढ़ महीने से तनाव की स्थिति बनी हुई है। किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए सेना से लेकर वायुसेना अलर्ट पर हैं। इस बीच बुधवार की देर रात वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने लेह एयरबेस का दौरा किया। वायुसेना इस वक्त लेह-लद्दाख इलाके में अलर्ट पर है। ऐसे में इस दौरे की अहमियत काफी अधिक है। सूत्रों के मुताबिक, “वायुसेना प्रमुख RKS भदौरिया बुधवार रात को श्रीनगर-लेह एयरबेस पर पहुंचे। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत और सेना प्रमुख एमएम नरवणे से मुलाकात करने के बाद ये दौरा शुरू हुआ था।“
चीन के साथ जारी विवाद में बॉर्डर के पास लेह और श्रीनगर एयरबेस काफी अहम हैं। ऐसे में वायुसेना प्रमुख ने यहां की तैयारी और जरूरतों का जायजा लिया। बता दें कि वायुसेना ने मिराज 2000 की फ्लीट को भी लद्दाख क्षेत्र के पास मूव कर लिया है, ताकि चीन के पास बॉर्डर पर तुरंत मूव किया जा सके। इसी फ्लीट ने बालाकोट में एयर स्ट्राइक की थी। इससे पहले सुखोई-30 को भी अलर्ट पर रखा गया और ऊपर के एयरबेस पर तैनात किया गया है।
चीन के साथ जारी विवाद के बीच अपाचे और चिनूक जैसे हेलिकॉप्टर को लद्दाख में तैनात किया गया है, ताकि जवानों को तुरंत मदद पहुंचाई जा सके। अपाचे हेलिकॉप्टर किसी भी मुश्किल परिस्थिति में काम में लाया जा सकता है। हालांकि, वायुसेना प्रवक्ता की ओर से इस दौरे को लेकर कोई पुष्टि नहीं की गई है। दूसरी ओर लेह के बेस पर वायुसेना की हलचल बढ़ी है। श्रीनगर, अम्बाला, आदमपुर, हलवाड़ा जैसे इलाकों में वायुसेना ने अपनी हलचल को बढ़ाया है।
गौरतलब है कि बरेली में जो एयरफोर्स का बेस है वह तिब्बत रीजन के पास है ऐसे में उसे अलर्ट किया गया है। बता दें कि चीन ने धोखे से 15 जून की रात को भारतीय सेना के जवानों पर हमला किया, जिसमें 20 जवान शहीद हो गए। ऐसे में अब भारत की ओर से कोई कमी नहीं छोड़ी जा रही है।