वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ के बयान को कांग्रेस ने झूठा करार दिया

Friday, Dec 21, 2018 - 12:00 AM (IST)

हैदराबादः वरिष्ठ कांग्रेस नेता एम वीरप्पा मोइली ने भारतीय वायु सेना प्रमुख बी एस धनोआ द्वारा राफेल सौदे की तारीफ किए जाने के एक दिन बाद बृहस्पतिवार को उन पर ‘झूठ’ बोलने का आरोप लगाया। वायु सेना प्रमुख ने इस समझौते को ‘परिवर्तनकारी’ और इस मामले में उच्चतम न्यायालय के फैसले को ‘बहुत अच्छा’ बताया था। कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को यह सौदा करके देश की सुरक्षा दांव पर लगाने के लिए माफी मांगनी चाहिए।



मोइली ने कहा कि वायु सेना प्रमुख राफेल विमान की उत्पादनकर्ता कंपनी दसॉल्ट एविएशन के प्रमुख के साथ सार्वजनिक उपक्रम की कंपनी एचएएल के बेंगलुरु मुख्यालय में पेरिस समझौते से पहले गए थे और इसे ‘आवश्यक दक्षता के साथ सक्षम इकाई’ पाया था। उन्होंने संवाददताओं से कहा, ‘‘ मैं मानता हूं कि आज उच्चतम न्यायालय के फैसले को सही बताकर, भारतीय वायु सेना के प्रमुख खुद ही ठीक नहीं है...वह ठीक नहीं हैं...वह झूठ बोल रहे हैं। वह सच्चाई को दबा रहे हैं। वह सच को दबाने में शामिल हो चुके हैं।‘’ बाद में उन्होंने एक टीवी चैनल पर कहा, ‘‘ नरेंद्र मोदी को देश की सुरक्षा और खजाना दांव पर लगाने के लिए माफी मांगनी चाहिए।‘’



राफेल सौदे को लेकर राहुल गांधी लगातार मोदी पर हमला बोलते रहे हैं। मोइली का कहना है कि राहुल गांधी को इस ‘साहसिक कदम’ के लिए माफी मांगने की जरूरत नहीं है। इसके लिए गांधी की प्रशंसा होनी चाहिए। उच्चतम न्यायालय द्वारा राफेल सौदे में कुछ भी गलत नहीं पाए जाने के बाद भाजपा इस मामले में मोदी पर हमला करने के लिए राहुल गांधी से माफी मांगने को कह रही है। उन्होंने कहा, ‘‘यहां तक कि उच्चतम न्यायालय ने जो बातें कही हैं, वह भी भारत सरकार द्वारा पेश किए गए झूठ पर आधारित है।‘’ मोइली ने कहा कि मोदी ने एचएएल को ‘अक्षमता का प्रमाणपत्र’ दिया था।

      

Yaspal

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