भारत को 200 लडाकू विमानों की जरूरत: अरूप राहा

Wednesday, Dec 28, 2016 - 03:27 PM (IST)

नई दिल्ली: लडाकू विमानों की कमी से जूझ रही वायु सेना की कमान छोडऩे से मात्र 3 दिन पहले एयर चीफ मार्शल अरूप राहा ने आज कहा कि वायु सेना को अपनी मारक क्षमता बरकरार रखने के लिए कम से 200 लडाकू विमानों की जरूरत है। निवर्तमान वायु सेना प्रमुख ने सेवानिवृत्त होने से पहले बुलाए गए संवाददाता सम्मेलन में विभिन्न मुद्दों पर बेबाक राय रखी। विमानों की कमी के बारे में पूछे गए सवालों के जवाब में उन्होंने कहा कि वायु सेना को अगले 5 से 10 वर्षों में कम से कम 200 लडाकू विमान चाहिए।   

लडाकू विमान वायुसेना की जान 
उन्होंने कहा कि लडाकू विमान किसी भी वायु सेना की जान होते हैं। वायु सेना के लिए स्वीकृत स्क्वाड्रनों की संख्या 42 है लेकिन हमारे पास अभी बड़ी संख्या में सुखोई-30 विमान हैं जिनके 10 स्क्वाड्रन बेड़े में शामिल किए जा चुके हैं और तीन अन्य जल्द ही किए जाने हैं। इन्हें उन्नत बनाया जा रहा है जिसके चलते ये अगले 30 से 40 साल तक सेवा में बने रह सकते हैं। हल्का लड़ाकू विमान तेजस भी चौथी पीढ़ी का अच्छा विमान है।  

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