AIIMS की स्टडी- कोरोना के सबसे ज्यादा शिकार हुए 50 से कम उम्र वाले लोग

Tuesday, Jun 29, 2021 - 02:51 PM (IST)

नेशनल डेस्क: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) ने अपनी एक नई स्टडी में कहा कि कोरोना से जान गंवाने वालों में 50 साल से कम उम्र के लोगों की संख्या ज्यादा है बजाए 65 साल से ज्यादा उम्र वालों के। एम्स के इस अध्ययन को डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया, एम्स ट्रामा सेंटर के चीफ डॉक्टर राकेश मल्होत्रा और अन्य मेडिकल एक्सपर्ट्स ने तैयार किया है। इंडियन जर्नल ऑफ क्रिटिकल केयर मेडिसीन में प्रकाशित इस लेख में बालिग मरीजों की कोरोना के चलते हुई मौत का विश्लेषण किया गया। अध्ययन के लिए 4 अप्रैल से 24 जुलाई 2021 की अवधि का विश्लेषण किया गया है। इस अध्ययन में शामिल मरीज देश के डेडिकेटेड कोविड सेंटर्स में भर्ती थे। लेख में बताया गया कि अध्ययन की अवधि के दौरान 654 मरीज ICU में भर्ती थे, इनमें से 247 की मौत हो गई। इस तरह कुल मृत्यु दर 37.7 फीसदी रही। 

 

तीन उम्र वर्गों पर हुआ अध्ययन
अध्ययन में मरीजों को अलग-अलग उम्र वर्ग, 18 से 50, 51 से 65 और 65 से ऊपर में बांटा गया।  अध्ययन में पाया गया कि 18 से 50 आयु वर्ग के लोगों में मृत्यु दर 42.1 प्रतिशत रही। वहीं 51 से 65 आयु वर्ग के लोगों में मृत्यु दर 34.8 फीसदी और 65 से ज्यादा आयु वर्ग के लोगों में मृत्यु दर 23.1 फीसदी रही।

 

मरीजों में दिखे ये साझा लक्षण 
हायपरटेंशन, डायबिटीज और किडनी से जुड़ी बीमारियां कई मरीजों मं दिखी। इन मरीजों में बुखार, खांसी और सांस लेने में परेशानियां भी दर्ज की गईं। संक्रमण के चलते जान गंवाने लोगों का डाटा इलेक्ट्रॉनिक मेडिकल रिपोर्ट और पेशेंट डेली प्रोग्रेस चार्ट से लिया गया। इसके अलावा आईसीयू के नर्सिंग नोट्स का भी इस्तेमाल किया गया।

 

एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण ही बचाव का सबसे सुरक्षित तरीका है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में बच्चों के लिए भी वैक्सीन उपलब्ध होगी। डॉ गुलेरिया ने कहा कि वैक्सीन के बाद बच्चों के लिए स्कूल खुल सकेंगे और वे आउटडोर गतिविधियों में भी हिस्सा ले सकेंगे।

Seema Sharma

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