कोरोना की तीसरी लहर पर AIIMS डायरेक्टर ने चेताया, बोले-एक चूक के हो सकते हैं गंभीर परिणाम

Tuesday, May 11, 2021 - 10:08 AM (IST)

नेशनल डेस्क: कोरोना की दूसरी लहर से देश में हाहाकार मचा हुआ है। वहीं वैज्ञानिक अभी कोरोना की तीसरी लहर की भी भविष्यवाणी कर रहे हैं। यह लोगों की लापरवही का ही नतीजा है कि कोरोना की दूसरी लहर इतना कहर बरपा रही है। वहीं दिल्ली एम्स निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने चेताया कि अगर हम अभी भी न संभले तो तीसरी लहर में एक चूक के गंभीर परिणाम होंगे और इस बार महामारी की चपेट में बच्चे भी आ सकते हैं।

एक न्यूज एजेंसी से बातचीत करते हुए एम्स निदेशक ने कहा कि परिजन और घर के बड़े बच्चों का खास ख्याल रखें। डॉ. गुलेरिया ने कहा कि अभी भारत में इस्तेमाल हो रहे दोनों टीकों का बच्चों पर ट्रायल हो रहा है। डॉ. रणदीप गुलेरिया ने बताया कि अभी कोवैक्सीन को 12 साल से अधिक उम्र के बच्चों को दिया जा सकता, हालांकि जो ट्रायल हुआ है अभी कुछ ही दिनों में उसके परिणाम आएंगे। 

कोरोना की चेन तोड़नी जरूरी
एम्स निदेशक ने कहा कि अगर कोरोना की तीसरी लहर को रोकना है तो इस वायरस की चेन को तोड़ना होगा। उन्होंने कहा कि पहली लहर में बुजुर्ग और दूसरी में नौजवान अधिक प्रभावित हुए, ऐसे तीसरी लहर में बच्चे अधिक प्रभावित हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि जब तक वैक्सीन नहीं आ जाती तब तक बच्चों का खास ध्यान रखें और टीके के ट्राइल खत्म होते ही जब वैक्सीन आ जाए तो बच्चों का टीकाकरण जरूर करवाएं। ताकि बच्चे कम से कम संक्रमित हों और इस वायरस से लड़ पाएं। 

अगले कुछ हफ्ते काफी अहम
डॉ. गुलेरिया ने कहा कि जो आंकड़े सामने आ रहे हैं, उसके मुताबिक इस बात की संभावना है कि कोरोना की दूसरी लहर से अगले चार से छह हफ्ते में देश को राहत मिल सकती है। 15 या 20 मई से दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में कोरोना मामले कम होंगे। हालांकि बंगाल और पूर्वी राज्यों में संक्रमण अभी जारी रहेगा। डॉ. गुलेरिया ने कहा कि अगर कोरोना को हराना है तो मास्क जरूर पहनें और सोशल डिस्टेसिंग का भी खास ध्यान रखा जाए। साथ ही अपनी और आसपास की सफाई जरूर रखें। ज्यादा जरूरी हो तभी घर से बाहर निकलें।

Seema Sharma

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