AIIMS के डॉ. रणदीप गुलेरिया ने भी लगवाई COVID19 वैक्सीन, हर्षवर्धन बोले- भारत जीत जाएगा जंग

Saturday, Jan 16, 2021 - 11:49 AM (IST)

नेशनल डेस्क:  देश भर में कोरोना वायरस के टीकाकरण की शुरुआत हो चुकी है। दिल्ली के AIIMS में  एक सफाई कर्मचारी कोरोना वैक्सीन का पहला टीका लगाया गया। इसके बाद  AIIMS के डायरेक्टर रनदीप गुलेरिया ने  कोरोना ने केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन की मौजूदगी में टीका लगवाया। वहीं इस दौरान डाॅ.हर्षवर्धन ने हा कि मुझे आज बहुत खुशी है, वैक्सीन कोरोना के खिलाफ जंग में संजीवनी का काम करेगी। भारत ने पहले पोलियो और चेचक के खिलाफ जंग जीती है और अब भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कोविड-19 के खिलाफ जंग जीतने के निर्णायक दौर में पहुंच चुका है। 

 

शुभारंभ कार्यक्रम के गवाह बने हर्षवर्धन
दरअसल  हर्षवर्धन  ने  दिल्ली के अलग-अलग अस्पतालों में जाकर कोरोना टीकाकरण अभियान का जायजा लिया। वह सबसे पहले एम्स पहुंचे। वहां वह एम्स के डॉक्टरों और टीका लेने वाले लाभार्थियों के साथ कोरोना टीकाकरण अभियान के शुभारंभ कार्यक्रम के गवाह बने।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कोरोना टीकाकरण अभियान का शुभारंभी करते हुए लोगों से अपील की कि से अपील की कि टीका लगते ही असावधानी न बरतें। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान है। दुनिया में 100 से अधिक देश ऐसे हैं, जहां की आबादी तीन करोड़ से भी कम है और भारत में पहले ही चरण में इतनी बड़ी आबादी को टीका लगाया जाना है।

एक सत्र में 100 लोगों का होगा टीकाकरण
वहीं इससे एक दिन पहले हर्षवर्धन ने कोविड-19 से बचाव के लिए अभियान की तैयारियों की शुक्रवार की समीक्षा की और स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्माण भवन परिसर में बनाए गए विशेष कोविड-19 नियंत्रण कक्ष का जायजा लिया। पूरे देश में एक साथ टीकाकरण अभियान की शुरुआत हुई और सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में इसके लिए कुल 3006 टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि एक टीकाकरण केंद्र पर एक सत्र में 100 लोगों का टीकाकरण होगा। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि चरणबद्ध तरीके से प्राथमिकता समूह के लोगों को टीके की खुराक दी जाएगी।

कोविड-19 के खिलाफ सबसे बड़ा अभियान
हर्षवर्धन ने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ भारत का टीकाकरण अभियान दुनिया में सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान होगा। उन्होंने कहा कि सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा विकसित ‘कोविशील्ड' और भारत बायोटेक द्वारा विकसित ‘कोवैक्सीन', दोनों टीकों को सुरक्षा के मानकों पर सुरक्षित और असरदार पाया गया है तथा महामारी को रोकने में यह सबसे महत्वपूर्ण औजार है। कोविड नियंत्रण कक्ष के अपने दौरे के दौरान हर्षवर्धन ने स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा तैयार ऑनलाइन मंच ‘कोविन' की कार्यप्रणाली के हरेक पहलुओं पर गौर किया। टीकाकरण कार्यक्रम में इस पोर्टल की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। इसके जरिए टीका के भंडार, स्टोरेज के तापमान, लाभार्थियों के नामों का पता लगाया जाएगा। हर्षवर्धन ने सुझाव दिया कि सॉफ्टवेयर में संशोधन और ‘कोविन' मंच के अनुभवों का इस्तेमाल भारत के सार्वभौमिक टीकाकरण अभियान में किया जा सकता है।

 

 

 

 

 

vasudha

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