शशिकला के भतीजे दिनाकरण ने किया रिश्वत के आरोप का खंडन

Monday, Apr 17, 2017 - 04:23 PM (IST)

चेन्नई: अन्नाद्रमुक (अम्मा) के उप महासचिव टी टी वी दिनाकरण ने आज अपने ऊपर लगे रिश्वत देने के उन आरोपों का खंडन किया जिनमें कहा जा रहा है कि उन्होंने पार्टी का चुनाव चिह्न पाने के लिए नयी दिल्ली के एक बिचौलिए को 60 करोड़ रुपए की पेशकश की। पार्टी महासचिव वी के शशिकला के भतीजे दिनाकरण ने उनसे मुलाकात के लिए बेंगलुरु रवाना होने से पहले संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने पार्टी चुनाव चिह्न (दो पत्ती) हासिल करने के लिए कोई रिश्वत नहीं दी। उनकी पार्टी को नुकसान पहुंचाने की साजिश के तहत ये आरोप लगाए जा रहे हैं। दिल्ली पुलिस द्वारा बिचौलिए सुकेश चंद्रशेखर को गिरफ्तार किए जाने और उसके पास से बड़ी रकम बरामद होने  के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कह कि मुझे नहीं मालूम कि यह क्या है मुझे टेलीविजन के जरिये यह जानकारी मिली  कि दिल्ली में किसी व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है।

दिनाकरण ने कहा कि अन्नाद्रमुक अम्मा ने ‘दो पत्ते’ चुनाव चिह्न को दोबारा हासिल करने के लिए आवश्यक दस्तावेज जमा कराने के वास्ते निर्वाचन आयोग से आठ सप्ताह का समय और मांगा है। उन्होंने कहा कि सुकेश चंद्रशेखर ने कहा है कि उसने मुझसे पैसे लिए मुझे नहीं मालूम कि उसने कहां से और कब मुझसे पैसे लिए। उन्होंने कहा कि मैं इस नाम के किसी व्यक्ति को नहीं जानता। मैंने कभी भी किसी को भी किसी भी काम के लिए रिश्वत अथवा पैसे नहीं दिए। मुझे नहीं मालूम कि इसके पीछे कौन है। कोई पार्टी के खिलाफ षडयंत्र रच रहा है। दिल्ली पुलिस ने किसी व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। सबसे पहली बात तो यह है कि जब मैं इस नाम के किसी व्यक्ति को जानता ही नहीं हूं तो मैंने उससे बात की, यह अपने आप गलत है। उन्होंने कहा कि अगर दिल्ली पुलिस उन्हें तलब करेगी तो वह कानून के मुताबिक उसका सामना करेंगे। 

गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने सुकेश के इकबालिया बयान के आधार पर दिनाकरण के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। सूत्रों के अनुसार सुकेश चंद्रशेखर ने दिनाकरण से कहा था कि उसकी चुनाव आयोग में अच्छी पहुंच है और  वह अन्नाद्रमुक (अम्मा) को उसका चुनाव चिह्न दिला देगा। इस काम के लिए दोनों के बीच 60 करोड़ रुपये का सौदा हुआ जिसमें से एक करोड़ 30 लाख के साथ सुकेश पकड़ा गया।  
 

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