अगस्ता वेस्टलैंड मामला: दुबई के आरोपी ने अग्रिम जमानत याचिका दायर की

Monday, Dec 17, 2018 - 07:15 PM (IST)

नई दिल्लीः 3600 करोड़ रुपये के वीवीआईपी हेलीकाप्टर सौदे से जुड़े धन शोधन मामले में आरोपी एवं दुबई के एक कारोबारी ने सोमवार को दिल्ली की एक अदालत में अग्रिम जमानत याचिका दायर की। दुबई की दो फर्मों ‘यूएचवाई सक्सेना’ और ‘मैट्रिक्स होल्डिंग्स’ के निदेशक राजीव सक्सेना ने अपने वकील के जरिए विशेष न्यायाधीश अरविंद कुमार के सामने आवेदन दायर किया और कहा कि उन्हें गिरफ्तारी की आशंका है।

अदालत ने अगली सुनवाई तक मांगा जवाब
सह-आरोपी और कथित बिचौलिये क्रिश्चियन जेम्स मिशेल को इस महीने दुबई से प्रत्यपित करके भारत लाया गया था और वह फिलहाल एक संबंधित मामले में सीबीआई हिरासत में मौजूद हैं। अदालत ने सक्सेना के आवेदन पर प्रवर्तन निदेशालय से 24 दिसंबर तक जवाब मांगा है। इस मामले में अब 24 दिसंबर को आगे सुनवाई होगी।

गैर जमानती वारंट किया जारी
अदालत ने सक्सेना की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता गीता लूथरा से अपने मुवक्किल से इस बारे में निर्देश प्राप्त करने को भी कहा कि वह भारत आकर जांच में शामिल कब होंगे। अदालत इस मामले में पहले ही सक्सेना के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी कर चुकी है। प्रवर्तन निदेशालय का आरोप है कि अगस्तावेस्टलैंड ने ट्यूनीशिया की दो फर्मों के जरिये 5.8 करोड़ यूरो की घूस दी थी।

कंसल्टेंसी के नाम पर किया घोटाला
निदेशालय ने आरोप लगाया कि इन कंपनियों ने मैसर्स इंटरस्टेलर टेक्नोलॉजी लिमिटेड, मॉरिशस तथा अन्य के साथ कंसल्टेंसी करारों के नाम पर धन का गबन किया। इस राशि को इसके बाद मैसर्स यूएचवाई सक्सेना और मैसर्स मैट्रिक्स होल्डिंग्स लिमिटेड, दुबई तथा अन्य को स्थानान्तरित किया गया।

निर्देशालय के आरोपपत्र में सक्सेना को आरोपी बनाया गया है। एजेंसी ने मिशेल, अगस्तावेस्टलैंड और फिनमेकानिका के पूर्व निदेशकों गिसेप्पे ओर्सी और ब्रूनो स्पागनोलिनी, पूर्व वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी तथा सक्सेना की पत्नी शिवानी सक्सेना को भी आरोपी बनाया है।एजेंसी ने आरोप लगाया कि दुबई की दो फर्मों के जरिये अपराध से जुड़ा धन आगे बढाया गया और उन्होंने अचल संपत्तियां, शेयर खरीदने सहित अन्य लेनदेन में भूमिका निभाई।

Yaspal

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