कृषि कानून: किसानों का दिल्ली चलो मार्च, बोले- सारी सड़कें घेरेंगे...रोका तो देंगे धरना

Monday, Nov 23, 2020 - 01:51 PM (IST)

नेशनल डेस्क: केंद्र द्वारा लागू किए गए तीन कृषि कानूनों के विरोध में पंजाब के किसानों ने भले ही रेलवे ट्रेक खाली कर दिए हैं लेकिन अब वो लोग दिल्ली में कूच की तैयारी कर रहे हैं। किसानों के दिल्ली कूच को सर्व जातीय दाड़न खाप चबूतरा पालवां ने अपना समर्थन दिया। चबूतरा पर हुई खाप के प्रधान दलबीर खेड़ी मंसानिया की अध्यक्षता में बैठक में केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों को किसान, मजदूर, व्यापारी विरोधी बताते हुए इसका विरोध किया। बैठक में फैसला लिया गया कि पंजाब के किसानों को पूर्ण समर्थन देने के साथ-साथ खाप के गांवों से भी खाप के प्रतिनिधि दिल्ली के लिए 26 नवंबर को कूच करेंगे।

प्रधान दलबीर खेड़ी मंसानिया, महासचिव आजाद पालवां ने कहा कि 26 नवंबर को राजमार्ग किसान एकत्रित होंगे और यहां से गढ़ी सांपला के लिए कूच करेंगे। उन्होंने बताया कि वहां पर प्रदेश भर से किसान संगठन, किसान पहुंचेंगे और 27 नवंबर को दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन के लिए कूच करेंगे। बताया जा रहा है कि इस आंदोलन में 500 से ज्यादा किसान संगठन हिस्सा लेंगे।

सड़कें घेरने की चेतावनी
भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि 26 नवंबर को सारे किसान दिल्ली में सड़कें ब्लॉक करेंगे। उन्होंने कहा कि हरियाणा के किसान दिल्ली की तरफ से नेशनल हाईवे को ब्लॉक करेंगे और अगर उत्तर प्रदेश के किसानों को रोका गया तो वो भी रोड ब्लॉक करेंगे। किसीन दिल्ली को चारों तरफ से ब्लॉक करने की योजना बना रहे है। राजेवाल ने कहा कि हमें जहां रोका गया हम वहीं धरना देकर बैठ जाएंगे। उन्होंने बताया कि हम लोग अपने साथ  राशन, टेंट और गर्म कपड़े साथ लेकर जा रहे हैं। 

दिल्ली सरकार ने नहीं दी इजाजत
दिल्ली सरकार ने हालांकि किसानों को रामलीला मैदान और जंतर-मंतर पर रैली करने की परमिशन नहीं दी है लेकिन किसान दिल्ली मार्च करने के लिए अड़े हैं। दिल्ली सरकार ने किसानों को समझाने की कोशिश की लेकिन उन्होंने कहा कि ये उनके लिए अस्तित्व की बात है, इसलिए मार्च करेंगे।

Seema Sharma

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