80 साल में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनीं शीला दीक्षित बोली, काम के आड़े नहीं आएगी उम्र

Friday, Jan 11, 2019 - 11:05 AM (IST)

नई दिल्लीः कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के अनुभव को भरोसा जताते हुए गुरुवार को उन्हें दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया। इसके साथ ही देवेन्द्र यादव, हारून यूसुफ और राजेश लिलोठिया को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है। दिल्ली कांग्रेस की अध्यक्ष बनाए जाने पर शीला ने कहा कि मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूं कि पार्टी ने एक बार फिर मुझे यह अवसर दिया है। एक न्यूज चैनल से बात करते हुए शीला ने कहा कि हम एक बार फिर सत्ता में वापिसी करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार भले ही कोई भी रहे लेकिन दिल्ली में दिल से कभी दूर नहीं हुई और इसके विकास के लिे मैं हमेशा तत्पर रहूंगी। उन्होंने कहा कि आप देखिएगा मेरी उम्र मेरे काम के आड़े नहीं आेगी।

शीला दीक्षित का राजनीतिक सफर

  • 80 वर्षीय शीला दीक्षित पहले भी दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रह चुकी हैं।
  • वह 1984 से 1989 तक कन्नौज से सांसद रह चुकी हैं।
  • शीला दीक्षित 1998 से 2013 तक (लगातार 15 साल) दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं।
  • पार्टी के विधानसभा चुनाव में विजयी होने पर उन्हें दिल्ली के मुख्यमंत्री की कमान सौंपी गई थी।
  • 31 मार्च 1938 को पंजाब के कपूरथला में जन्मीं दीक्षित 1998 से 2013 तक दिल्ली की कुर्सी पर राज किया।
  • वे 2013 में अरविंद केजरीवाल से गोल मार्केट विधानसभा से चुनाव हारी थीं। इस विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को दिल्ली में बहुमत नहीं मिला था।
  • कांग्रेस के समर्थन से केजरीवाल की अगुवाई में आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार बनी और 49 दिन चली।
  • इसके बाद 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का पूरी तरह सफाया हो गया।
  • दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद दीक्षित को 11 मार्च 2014 को केरल का राज्यपाल बनाया गया और केंद्र में मोदी सरकार बनने के बाद उन्होंने 25 अगस्त 2014 को राज्यपाल पद से इस्तीफा दे दिया था।
  • उत्तर प्रदेश विधानसभा के 2017 में होने वाले चुनाव के लिए कांग्रेस ने दीक्षित को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया लेकिन बाद में उनका नाम वापस ले लिया गया और पार्टी ने वहां समाजवादी पार्टी (सपा) के साथ मिलकर चुनाव लड़ा।

Seema Sharma

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