ICC Women''s World Cup: जीत के बाद शहर- शहर बना दीवाली वाला माहौल, आंखों में आंसू और गर्व के साथ माता- पिता बोले आज हमारा सपना पूरा हुआ
punjabkesari.in Monday, Nov 03, 2025 - 01:13 PM (IST)
नेशनल डेस्क: भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने साउथ अफ्रीका को 52 रन से हराकर ICC महिला वनडे वर्ल्ड कप का फाइनल जीतकर इतिहास रच दिया है। भारत की बेटियों ने 47 साल के इंतजार को खत्म करते हुए देश का सपना पूरा किया है। इस ऐतिहासिक जीत के बाद पूरे देश में गर्व और खुशी का माहौल है, जिसे मोगा से लेकर आगरा और रोहतक तक जश्न-ए-आतिशबाजी के रूप में देखा गया।
छोटे शहर की बेटी ने किया नाम रोशन
मोगा (पंजाब) की बेटी और भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर के शानदार नेतृत्व की चर्चा पूरे देश में हो रही है। हरमनप्रीत ने जहां से अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत की थी, वहाँ आज सुबह से ही लोग ढोल-नगाड़े बजाकर जश्न मना रहे हैं। मोगा के खेल प्रेमियों ने कहा कि हरमनप्रीत ने यह साबित कर दिया है कि मेहनत और लगन से छोटे शहरों की बेटियां भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन कर सकती हैं। हरमनप्रीत का परिवार फ़िलहाल विदेश में है, लेकिन मोगा के लोगों ने अपनी बेटी की इस ऐतिहासिक जीत पर गर्व ज़ाहिर किया।
आगरा की दीप्ति शर्मा और रोहतक की शैफाली वर्मा ने भी रचा कीर्तिमान
इस ऐतिहासिक जीत में दो खिलाड़ियों का प्रदर्शन खास चर्चा का विषय बना हुआ है, जिन्होंने अपनी प्रतिभा से मैच का रुख पलट दिया। उत्तर प्रदेश के आगरा की बेटी दीप्ति शर्मा के शानदार ऑलराउंड प्रदर्शन से भारत ने जीत का परचम लहराया। साउथ अफ्रीका का आखिरी विकेट गिरते ही दीप्ति के घर पर जय घोष के साथ खुशियों का महापर्व शुरू हो गया। टीम के जीतने के बाद दीप्ति के माता-पिताकी आँखों से खुशी के आँसू छलक पड़े। दीप्ति की माँ सुशीला शर्मा ने भावुक होकर कहा, "बेटी ने देश का नाम रोशन कर दिया, आज हमारा सपना पूरा हुआ है।" जश्न में शामिल होने के लिए आगरा के सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो. एस. पी. सिंह बघेल भी दीप्ति के घर पहुँचे और परिवार को बधाई दी।
रोहतक में शैफाली के घर दीपावली जैसा माहौल
रोहतक (हरियाणा) की शैफाली वर्मा के घर पर वर्ल्ड कप की जीत के बाद से ही दीपावली जैसा माहौल है। लगातार पटाखे फोड़े गए और मिठाइयाँ बांटी गईं। शैफाली के दादा काफी भावुक नजर आए, जबकि उनकी माता ने कहा कि उन्हें अपनी बेटी पर पूरा भरोसा था। शैफाली के पिता ने बताया कि मैच से पहले उनकी बेटी मायूस थी, लेकिन उन्होंने उसे इंस्पायर किया और कहा, "तू वही शैफाली है, जो 2020 में इंडिया टीम को फाइनल तक लेकर गई थी।" उनके पिता ने शैफाली द्वारा लिया गया विकेट मैच का टर्निंग पॉइंट बताया।
देश भर में गूंजा 'वंदे मातरम'
सांगली, करनाल और छतरपुर में भी जीत का जबरदस्त जश्न मनाया गया। सांगली से टीम की उपकप्तान स्मृति मंधाना को शुभकामनाएं दी गईं, जबकि करनाल में देर रात 1:00 बजे आतिशबाजी हुई। हर जगह लोग हाथों में तिरंगा झंडा लिए 'वंदे मातरम' और 'भारत माता की जय' के नारे लगा रहे थे। फैंस ने एक स्वर में कहा, "हमारी छोरियां छोरों से कम नहीं हैं।"


