अमेरिका-रूस-चीन के बाद भारत अंतरिक्ष में भेजेगा इंसानो को

Wednesday, May 29, 2019 - 08:35 PM (IST)

नई दिल्ली: इसरो ने मानव मिशन के लिए भारतीय वायुसेना के साथ समझौता किया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने 2022 तक तीन भारतीयों को अंतरिक्ष में भेजने का लक्ष्य रखा है। अंतरिक्ष यात्रियों का चयन और ट्रेनिंग इसरो और वायुसेना मिलकर करेगी। इसरो प्रमुख के सिवन की मौजूदगी में वायुसेना के एवीएम आरजीके कपूर और गगनयान मिशन के डायरेक्टर आर हट्टन ने एमओयू पर हस्ताक्षर किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल कैबिनेट बैठक के दौरान महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए इसरो के मिशन गगनयान के लिए 10 हजार करोड़ रुपए को मंजूरी दी थी। इस मिशन के तहत 3 भारतीय अंतरिक्ष में सात दिन गुजारेंगे। अगर भारत अपने मिशन में कामयाब होता है तो ऐसा करने वाला वह दुनिया का चौथा देश होगा। अब तक अमेरिका, रूस और चीन ने ही अंतरिक्ष में अपना मानवयुक्त यान भेजने में सफलता पाई है।

कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कैबिनेट की बैठक के बाद बताया था कि इस योजना को मंजूरी मिलने के बाद अगले 40 महीने के अंदर गगनयान को लॉन्च कर दिया जाएगा। इससे पहले इसरो के प्रमुख के सिवन ने कहा था कि अंतरिक्षयात्रियों को अंतरिक्ष में भेजने वाली प्रौद्योगिकी विकसित की जा चुकी है। इस दिशा में मानव क्रू मॉड्यूल और पर्यावरण नियंत्रण तथा जान बचाने की प्रणाली जैसी प्रौद्योगिकी भी विकसित की जा चुकी है। सिवान ने कहा कि 2022 में गगनयान को रवाना करने के इसरो जियोसिंक्रोनस सेटेलाइट लांच व्हीकल मार्क-III (GSLV Mark-III) का इस्तेमाल करते हुए दो मानवरहित मिशन और यानों को भेजेगा

shukdev

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