''A-SAT'' मिशन के बाद अब भारत की नजर दुश्मन के रडार पर

Saturday, Mar 30, 2019 - 06:44 PM (IST)

नेशनल डेस्कः भारत द्वारा लो आर्बेट में उपग्रह को मार गिराने के सफल परीक्षण के बाद, भारत ने अब दुश्मन के रडार का पता लगाने के लिए उपग्रह तैयार किया है। इंडियन रिचर्स ऑर्गेनाइजेशन सेंटर (ISRO) में यह पहली बार होगा कि सामान्य जनों को भी पहली बार अपने विचार रखने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। अंतरिक्ष मिसाइल को मार गिराने के बाद भारत अब एक नया निगरानी उपग्रह बनाने जा रहा है, जिसमें पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल का एक विशेष मिशन होगा। इसरो एक अन्य पहल शुरु कनरे का प्रयास करेगा, जहां तीन कक्षाओं में उपग्रह को प्रक्षेपित किया जाएगा।

इसरो के चैयरमेन के सिवन ने बताया कि यह एक आशावादी लॉन्च होगा, जिसकी लागत कम होगी, यह उपग्रह 3 In 1 होगा। बता दें कि भारत ने 27 मार्च को एंटी सैटेलाइट (A-SAT) का सफल परीक्षण किया था। सिवन ने कहा कि PSLV का प्रक्षेपण 1 अप्रैल को किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस मिशन के तुरंत बाद हमारा लक्ष्य PSLV-45 होगा। ये मिशन इसलिए महत्वपूर्ण होगा। क्योंकि पहली बार PSLV एक ही उड़ान में तीन ऑर्बेट मिशन का काम करेगा।
इसरो प्रमुख ने कहा कि शुरू में पहला सैटेलाइट उपग्रह 763 किमी कक्षा में छोड़ा जाएगा और PS-4 दो बार काम करेगा। इसकी कक्षा घटकर 504 किमी रह जाएगी। इसरो PSLV-28 उपभोक्ता उपग्रहों को भी लॉन्च करेगा और इसके बाद PS-4 दो बार चलेगा और का में इसकी दूरी घटकर 485 किमी रह जाएगी।

सिवन ने बताया कि इस बार अंतरिक्ष प्लेटफार्म को सोलर पैनल द्वारा बिजली दी जाएगी। यह बैट्रियों से पूरी तरह संचालित नहीं होगा। PS-4 के तीन पे लोड होंगे। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ स्पेस की मदद से यह तैयार किया जाएगा।

Yaspal

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