राफेल के बाद अब बढ़ेगी मिग विमानों की ताकत, वायुसेना करने जा रही अपग्रेड

Sunday, Oct 13, 2019 - 06:05 PM (IST)

नेशनल डेस्कः भारत को पहला राफेल विमान मिल चुका है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ऑफिशियल रिसीविंग के लिए फ्रांस गए थे। राफेल के बाद अभ भारतीय वायुसेना रूस से 21 नए मिग-29एस लड़ाकू विमान खरीदने की योजना बना रही है। वायुसेना इन लड़ाकू विमानों का अधिग्रहण कर उन्हें स्वदेशी हथियार प्रणालियों से लैस करने की तैयारी में है। इससे यह मिग-29एस लड़ाकू विमान और शक्तिशाली हो जाएंगे।

वायुसेना 21 मिग-29एस के अधिग्रहण का प्रस्ताव जल्द ही रक्षा अधिग्रहण परिषद के सामने रखने वाली है। जो मिग-29 इस समय भारतीय वायुसेना के पास हैं उन्हें नए मिग-29एस से अपग्रेड करने की तैयारी है। भारतीय वायुसेना यह भी चाहती है कि विमान को हवा से हवा में मार करने वाली 'एस्ट्रा मिसाइलों' सहित भारतीय हथियार प्रणालियों से लैस किया जाए। 

सूत्रों ने कहा कि इस सौदे के बाद विमान को अन्य स्वदेशी उपकरण और हथियारों से लैस किया जाएगा। स्वदेशी हथियारों को बढ़ावा देने की खबर ऐसे समय में आई है जब भारतीय वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वायुसेना लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट तेजस और पांचवीं पीढ़ी के एडवांस मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट प्रोग्राम जैसे स्वदेशी प्रयासों का पूरी तरह से समर्थन करेगा।

गौरतलब है कि वायुसेना के लिए 114 लड़ाकू विमानों के लगभग 15 अरब डॉलर (लगभग एक लाख पांच हजार करोड़ रुपये) के सौदे को हासिल करने की दौड़ में बोइंग, लॉकहीड मार्टिन, यूरोफाइटर, रसियन यूनाइडेट एयरक्राफ्ट कॉरपोरेशन और साब जैसी कंपनियां जुटी हैं। यही कंपनियां पहले मीडियम मल्टी रोल कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एमएमआरसीए) की बोली में शामिल हुई थीं।

Yaspal

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