देश के नाम पहले संबोधन में कमला हैरिस ने कहा- "सेवा के लिए तैयार हूं, हम चुनौतियों से पार पाएंगे "

Thursday, Jan 21, 2021 - 11:03 AM (IST)

वाशिंगटनः भारतीय मूल की कमला देवी हैरिस ने बुधवार को अमेरिका की पहली महिला उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के बाद पहली बार देश को संबोधित करते हुए ‘‘अमेरिकी आकांक्षाओं'' को रेखांकित किया और इस बात पर जोर दिया कि देश के राष्ट्रपति जो बाइडन ने अमेरिकियों से संकट से उबरने और एकजुट होने के प्रयास करने की अपील की है।  उन्होंने कहा, ‘‘हम चांद पर जाते हैं और वहां अपना ध्वज फहराते हैं। हम बहादुर, निडर और महत्वाकांक्षी हैं। हम अपने इस भरोसे को लेकर अडिग हैं कि हम चुनौतियों से पार पाएंगे और उठ खड़े होंगे। यह अमेरिकी आकांक्षा है।''

उन्होंने असैन्य युद्ध के दौरान पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम लिंकन की उपलब्धियों का हवाला दिया और कहा कि उन्होंने ‘‘बेहतर भविष्य देखा और बड़े कॉलेजों एवं अंतरमहाद्वीपीय रेलमार्गों'' के साथ इसका निर्माण किया। हैरिस ने इस बात का भी जिक्र किया कि मार्टिन लूथर किंग जूनियर ने किस प्रकार नस्ली एवं आर्थिक न्याय के लिए लड़ाई लड़ी। हैरिस ने कहा, ‘‘ बड़े प्रयोग के लिए दृढ़ संकल्प की आवश्यकता होती है। इसके लिए काम करने, उसके बाद उसमें सुधार करते रहने की आवश्यकता है।  उन्होंन कहा कि वह जनता की ‘‘सेवा करने के लिए तैयार'' हैं।

बता दें कि चेन्नई निवासी प्रवासी भारतीय मां की बेटी हैरिस (56) ने अमेरिका की पहली महिला उपराष्ट्रपति बनकर इतिहास रच दिया है। वह इस पद पर पहुंचने वाली पहली अश्वेत एवं पहली एशियाई अमेरिकी भी हैं। हैरिस अमेरिका की 49 वीं उपराष्ट्रपति हैं। वह राष्ट्रपति जो बाइडन (78) के साथ काम करेंगी। हैरिस ने 61 वर्षीय माइक पेंस की जगह ली है, जबकि बाइडन ने डोनाल्ड ट्रंप की जगह ली है।

शपथ लेने के बाद हैरिस ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर कहा, ‘‘सेवा करने के लिए तैयार हूं।'' शपथ लेने के पहले ट्विटर पर अपने निजी अकाउंट से उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘हमेशा लोगों के लिए काम करूंगी। '' अपनी मां समेत कुछ अन्य महिलाओं की तस्वीरों वाले एक वीडियो के साथ एक अन्य ट्वीट में हैरिस ने कहा, ‘‘मैं आज उन महिलाओं के कारण यहां हूं, जो मुझसे पहले आयी थीं।''  कैलिफोर्निया के ऑकलैंड में 1964 में जन्मीं हैरिस के माता-पिता ने उनकी परवरिश नागरिक अधिकारों की लड़ाई लड़ने वाले माहौल में की। उनकी मां श्यामला गोपालन ने स्तन कैंसर पर अनुसंधान किया था जिनकी 2009 में कैंसर से मृत्यु हो गई। उनके पिता डोनाल्ड अर्थशास्त्र के प्रोफेसर हैं।

Tanuja

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