J&K के बाद अब केंद्र ने लद्दाख और करगिल नेताओं को भेजा न्यौता, 1 जुलाई को होगी बैठक

punjabkesari.in Sunday, Jun 27, 2021 - 04:07 PM (IST)

नेशनल डेस्क: जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक नेताओं के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक के बाद अब केंद्र ने करगिल और लद्दाख की पार्टियों और सिविल सोसायटी सदस्यों को बातचीत के लिए बुलाया है। केंद्र ने लद्दाख की पार्टियों को 1 जुलाई को मीटिंग के लिए बुलाया है। इस बैठक में लद्दाख के पूर्व सांसदों को भी आमंत्रित किया गया है। लद्दाख के नेताओं के साथ यह बैठक केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी की अध्यक्षता में उनके आवास पर होगी। बैठक 1 जुलाई को सुबह 11 बजे बुलाई गई है। बैठक में किन मुद्दों पर चर्चा होगी, इस पर अभी कुछ नहीं कहा गया है, साथ ही अभी यह भी नहीं बताया गया कि कौन-कौन से दल इस बैठक में शामिल होगे।

 

बता दें कि 24 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के 8 राजनीतिक दलों के 14 नेताओं के साथ करीब साढ़े तीन घंटे तक बैठक की थी, जिसमें अधिकांश नेताओं ने पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने और विधानसभा चुनाव कराने की मांग उठाई थी। कश्मीरी नेताओं ने बैठक में कहा था कि परिसीमन का काम खत्म होते ही पूर्ववर्ती राज्य में विधानसभा चुनाव कराए जाएंगे।

 

वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि वे जम्मू-कश्मीर की “दिल्ली की दूरी” के साथ ही “दिलों की दूरियों” को भी मिटाना चाहते हैं। बता दें कि केंद्र सरकार ने 5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 के अधिकांश प्रावधान हटाए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर को दो केंद्रशासित प्रदेशों- जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में विभाजित कर दिया था। केंद्रशासित प्रदेश बनाने के बाद 18 अगस्त, 2019 को लद्दाख के नेताओं ने केंद्र सरकार से अनुरोध किया था कि संविधान की छठी अनुसूची के तहत इसे आदिवासी क्षेत्र घोषित कर दें, जिससे इसकी पहचान कायम हो सके।


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Content Writer

Seema Sharma

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