4 साल बाद तमिलनाडु लौंटी जयललिता की करीबी शशिकला, अन्नाद्रमुक ने कहा- उनका पार्टी से कोई संबंध नहीं

Monday, Feb 08, 2021 - 06:30 PM (IST)

नेशनल डेस्कः अन्नाद्रमुक से निष्कासित नेता वी के शशिकला आय से अधिक संपत्ति मामले में चार साल की जेल की सजा बेंगलुरु में काटने के कुछ दिन बाद सोमवार को तमिलनाडु लौटीं जहां उनका भव्य स्वागत किया गया। शशिकला की वापसी ऐसे समय हुई है जब राज्य में सत्ताधारी अन्नाद्रमुक के साथ उनके टकराव के संकेत है जिसे वह किसी समय नियंत्रित करती थीं।

दिवंगत मुख्यमंत्री जे जयललिता की बेहद करीबी रहीं शशिकला पूर्वाह्न करीब दस बजे कर्नाटक से सटे तमिलनाडु के कृष्णागिरि जिले के अथिपल्ली पहुंचीं। यहां शशिकला के समर्थकों ने उनके काफिले पर फूल बरसाए और जश्न मनाया। शशिकला ने बेंगलुरु से करीब 40 किलोमीटर दूर होसुर नगर में मां मरियम्मन मंदिर में पूजा अर्चना की। शशिकला के साथ उनके भतीजे टीटीवी दिनाकरण भी थे।

दिनाकरण ने बताया कि शशिकला बाद में अन्नाद्रमुक संस्थापक एवं दिवंगत मुख्यमंत्री एम जी रामचंद्रन के चेन्नई स्थित आवास जाएंगी। उन्होंने दावा किया कि सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक के कई पदाधिकारी शशिकला का स्वागत करने के लिए आये। उन्होंने यह भी बताया कि शशिकला सत्ताधारी पार्टी के एक पदाधिकारी की कार में सफर कर रही हैं क्योंकि उनकी कार में कुछ दिक्कत हो गई थी। अन्नाद्रमुक ने दोहराया कि शशिकला और जो उनके साथ हैं उनसे पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है। अन्नाद्रमुक ने यह भी कहा कि पार्टी का झंडा लगे वाहन में उनका घूमना अवैध है और वह गत दो सप्ताह में दूसरी बार ऐसा करते दिखी हैं।

शशिकला की तमिलनाडु में वापसी के राजनीतिक प्रभाव को उत्सुकता से देखा जा रहा है क्योंकि यह ऐसे समय हुआ है जब राज्य में अगले कुछ महीनों में विधानसभा चुनाव होने हैं। शशिकला ने 66.65 करोड़ रुपये के आय से अधिक संपत्ति मामले में फरवरी, 2017 से बेंगलुरु के परपाना अग्रहारा केंद्रीय जेल में अपनी सजा काटी और 27 जनवरी को उन्हें रिहा किया गया। हालांकि, वह उसके बाद सरकारी विक्टोरिया अस्पताल में रहीं, जहां उन्हें कोविड-19 से संक्रमित पाये जाने के बाद भर्ती कराया गया था।

शशिकला को 31 जनवरी को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी जिसके बाद वह बेंगलुरु से लगभग 35 किलोमीटर दूर एक रिसॉर्ट में रुकी थीं। सोमवार सुबह वह लगभग 200 वाहनों के काफिले में अम्मा मक्कल मुनेत्र कषगम के महासचिव, दिनाकरण के साथ रिसॉर्ट से बाहर आईं। इस दौरान उनके समर्थकों ने नारे लगाये। वहां से रवाना होने से पहले, शशिकला ने जयललिता के चित्र पर पुष्प अर्पित किए।

जयललिता के पसंदीदा रंग, हरे रंग की साड़ी पहने और चेहरे का मास्क लगाये वह एक कार में सवार हुईं जिसके बोनट पर अन्नाद्रमुक का झंडा लगा था। हालांकि अन्नाद्रमुक ने झंडे का किसी गैर सदस्य द्वारा इस्तेमाल को लेकर चेतावनी दी थी। अन्नाद्रमुक ने हाल ही में तमिलनाडु पुलिस को एक आवेदन दिया था जिसमें उसने पार्टी के 'गैर-सदस्यों' को पार्टी के झंडे के इस्तेमाल से रोकने की मांग की थी।

अन्नाद्रमुक ने पुलिस में यह अर्जी शशिकला द्वारा 31 जनवरी को बेंगलुरु के एक अस्पताल से छुट्टी मिलने के समय पार्टी का झंडा लगे वाहन में सफर करने के बाद दी थी। हालांकि, दिनाकरण ने यह कहते हुए इसका बचाव किया था कि वह अभी भी अन्नाद्रमुक की महासचिव हैं, जो उनके 'निष्कासन' को लेकर अदालत में लंबित याचिकाओं की ओर इशारा करता है। शशिकला को उनके समर्थक ‘चिन्नम्मा' कहते हैं। शशिकला जब तमिलनाडु पहुंची तो बड़ी संख्या में उनके समर्थकों ने उनका स्वागत किया जिन्होंने अन्नाद्रमुक और एएमएमके दोनों के झंडे लगा रखे थे।

Yaspal

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