मौजूदा हालात पर अहम बात करने अफगान राष्ट्रपति गनी दिल्ली में

Monday, Oct 23, 2017 - 08:15 PM (IST)

नई दिल्ली: अफगानिस्तान में शांति व सुरक्षा की समस्या के मसले पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से सलाहमशविरा और अहम बातचीत के लिये अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी मंगलवार को भारत के एक दिन के दौरे पर आएंगे । यहां विदेश मंत्रालय ने राष्ट्रपति गनी के भारत दौरे का एलान किया।

अफगानिस्तान के राष्ट्रपति ऐसे वक्त भारत आ रहे हैं जब अफगानिस्तान मसले पर अमरीका ने नई दक्षिण एशिया और अफगान नीति का एलान किया है। इस बीच अफगानिस्तान में पाकिस्तान समर्थित तालिबान द्वारा बढ़ती आतंकवादी और हिंसक वारदातों से पैदा चिंता के बीच पाकिस्तानी अगुवाई वाले चार देशों अमरीका, चीन, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच वार्ता की प्रक्रिया फिर बहाल हो रही है।

अमरीका का इस वार्ता समूह में लौटना काफी अहम है। अफगानिस्तान में शांति व सुरक्षा के बने रहने मेंं भारत और अफगानिस्तान के साझा हित हैं जिसके मद्देनजर दोनों देशों द्वारा आपसी सलाह मशविरा का गहन दौर चल रहा है। विकास और पुनर्निर्माण कार्यों के जरिये अफगानिस्तान मेंं शांति व स्थिरता का माहौल बनाए रखने में भारत का विशेष योगदान है।

राष्ट्रपति गनी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विशेष निमंत्रण पर भारत आ रहे हैं। उन्हें यह निमंत्रण 16 अक्तबूर को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने काबुल दौरे में सौंपा था। मंगलवार को राष्ट्रपति गनी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलेंगे और प्रधानमंत्री मोदी के साथ शिष्टमंडल स्तर की बातचीत करेंगे। इस बातचीत के बाद प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति गनी के सम्मान में लंच आयोजित करेंगे।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया कि भारत और अफगानिस्तान के बीच बहुआयामी साझेदारी की समीक्षा करने का मौका दोनों नेताओं को मिलेगा । अफगानिस्तान के लिये भारत ने विकास की नई साझेदारी योजना का एलान किया है। इस पर चर्चा के अलावा दोनों नेता अफगानिस्तान में शांति , सुरक्षा, स्थिरता और समृद्धि के साझा हितों के बारे में बात करेंगे। दोनंों नेता आपसी महत्व के वैश्विक और क्षेत्रीय मसलों पर बातचीत करेंगे।

उल्लेखनीय है कि पिछले सप्ताहों में अफगानिस्तान के चीफ एक्जूक्यूटिव अब्दुल्ला अब्दुल्ला और विदेश मंत्री सलाहुद्दीन रब्बानी ने भारत का दौरा किया था। राष्ट्रपति गनी इस तरह भारत के साथ चल रहे उच्चस्तरीय वार्ता दौर का सिलसिला जारी रखेेंगे। राष्ट्रपति गनी से विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी अलग से मिलेंगी। राष्ट्रपति गनी विवेकानंद इंटरनैशनल फाउंडेशन में एक व्याख्यान भी देंगे।

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