अबु दुजाना के बाद बचा है सबसे कुख्यात आतंकी जाकिर मूसा

Thursday, Aug 03, 2017 - 03:26 PM (IST)

श्रीनगर : कश्मीरी आतंकी संगठनों हिज्बुल मुजाहिदीन और लश्कर-ए-तैयबा से टूटकर एक नया आतंकी संगठन बना था, जिसका नाम रखा गया था अंसार गजावत-उल-हिन्द। इस संगठन का गठन दुर्दांत आतंकी संगठन अल कायदा ने हाल ही में किया है। अबु दुजाना के मारे जाने के बाद इस संगठन का सबसे प्रमुख आतंकी है जाकिर मूसा जो कि उसका कमांडर बताया जाता है। सेना की टाप आतंकियों की सूची में यह सबसे वांछित आतंकी है। यह पहला मामला है जब अलकायदा ने भारत में पैर पसारने के लिए एक संगठन बनाकर बकायदा उसका प्रमुख कमांडर भी नियुक्त किया है।
मीडिया में आई खबरों में गलती से जाकिर मूसा को लश्कर का आतंकी बताया गया था जबकि यह गलत है। वास्तविकता यह है कि लंबे समय पहले उसने यह समूह छोड़ दिया था। दक्षिण कश्मीर के सेना के टॉप कमांडर ने बताया कि जाकिर मूसा का पैसे और पाकिस्तान में उसकी पत्नी के स्थानांतरण के मामले में लश्कर से विवाद हो गया था। उसके बाद उसने लश्कर छोडक़र ‘अंसार गजावत-उल-हिन्द’ ज्वाइन कर लिया था।
अबु दुजाना और उसके सहयोगी आरिफ लीलहारी को मारकर सेना ने जाकिर मूसा के नेतृत्व वाले इस नए आतंकी संगठन को पहली तगड़ी चोट पहुंचाई है। मूसा के मातहत दर्जन भर से अधिक आतंकी प्रत्यक्ष या परोक्ष से सक्रिय बताए जाते हैं। मारे जाने से पहले आतंकी अबु दुजाना पांच सालों से लश्कर का नेतृत्व कर रहा था। इसके बाद उसने लश्कर छोडक़र जाकिर मूसा के नेतृत्व वाले अलकायदा के संगठन अंसार गजावत-उल-हिन्द को ज्वाइन कर लिया था।

अंसार गजावत उल हिन्द
अलकायदा के मीडिया विंग के प्रमुख ने बीते 27 जुलाई को ‘अंसार गजावत-उल-हिन्द’ के गठन की जानकारी दी थी। अल-कायदा ग्लोब इस्लामिक मीडिया फ्रंट ने कहा कि कश्मीर में जेहाद उत्थान के स्तर पर पहुंच गया है, कश्मीर की मुस्लिम अवाम ने भारतीय आक्रांताओं के खिलाफ  जेहाद का इरादा कर लिया है। इससे पहले मूसा एक वीडियो में नजर आया था जिसमें उसने भारतीय मुसलमानों को कायर बताया था। अल-कायदा की उर्दू पत्रिका नवा-ए-अफगान जिहाद में जाकिर मूसा के बारे में एक लेख छपा था।

आतंकियों का सफाया जारी
कश्मीर में एक-एक करके आतंकियों के सफाए का सिलसिला जारी है। जुलाई 2016 में जब हिजबुल मुजाहिद्दीन के कमांडर बुरहान वानी की मौत हुई थी तो घाटी की स्थिति एकदम बेकाबू हो गई थी़। जनवरी 2017 में सेना ने इन हालातों को सुधारने के लिए आतंकियों के खिलाफ  और आक्रामक होने का फैसला लिया और फिर सेना ने सबजार भटए बशीर लश्करीए अबु दुजाना और ऐसे कई आतंकियों को मौत के घाट उतारा। मंगलवार को मारा गया लश्कर कमांडर अबु दुजाना 115वां और उसका साथी आरिफ  लीहारी 116वां आतंकी था जिसे इस वर्ष कश्मीर में मारा गया है।

 

 

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