वकील और नेता होना आसान नहीं : रविशंकर प्रसाद

Sunday, Aug 20, 2017 - 03:48 PM (IST)

नई दिल्ली : केन्द्रीय विधि मंत्री रविशंकर प्रसाद का कहना है कि कानून और राजनीति की दुनिया को साथ लेकर चलना आसान नहीं है, लेकिन वह सुनिश्चित करते हैं कि संसद उनकी पहली प्राथमिकता बनी रहे। मंत्री का कहना है कि वह तीन पी पार्लियामेंट, पार्टी और प्रोफेशन (संसद, पार्टी और पेशे) पर फोकस करते हैं। उन्होंने कल यहां एक पुस्तक के विमोचन के दौरान कहा, लेकिन संसद सबसे पहले आती है। प्रसाद ने कहा, राजनीति में मौजूद वकील को एक साथ कई काम करने होते हैं। कानून को बहुत वक्त चाहिए, सार्वजनिक जीवन को भी चाहिए। वकील श्वेता बंसल की पुस्तक  कोर्टिग पॉलिटिक्स में नौ वकीलों-सह-नेताओं रविशंकर प्रसाद, अरूण जेटली, राम जेठमलानी, शांति भूषण, पी. चिदंबरम, कपिल सिब्बल,, सलमान खुर्शीद, मुजफ्फरर हुसैन बेग और अभिषेक मनु सिंघवी की जिन्दगी का जिक्र है। पुस्तक को ईस्टर्न बुक कंपनी ने प्रकाशित किया है।  पुस्तक विमोचन के बाद पैनल वार्ता हुई जिसमें वकील-सह-नेताओं ने कानून और राजनीति का मुद्दा उठाया। पूर्व विधि मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा कि कानून और समाज दोनों एक गति से नहीं चले क्योंकि कानून अपनी जगह पर स्थिर बना रहा जबकि समाज आगे निकल गया।

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