शर्मनाक: लॉकडाउन में चाइल्ड पोर्नोग्राफी की मांग 95 प्रतिशत बढ़ी

Tuesday, Apr 14, 2020 - 09:05 AM (IST)

नई दिल्ली : इंडिया चाइल्ड प्रोटैक्शन फंड (आई.सी.पी.एफ.) ने कहा कि कोविड-19 लॉकडाऊन लागू होने के बाद से भारत में चाइल्ड पोर्नोग्राफी सामग्री, जिसे एबी चाइल्ड सैक्सुअल एब्यूज मैटीरियल भी कहा जाता है, की मांग में अप्रत्याशित और खतरनाक वृद्धि हुई है। सोशल इम्पैक्ट फंड की रिपोर्ट बताती है कि लॉकडाऊन के बाद से ऑनलाइन डाटा मॉनिटरिंग वैबसाइट दिखा रही हैं कि चाइल्ड पोर्न, सैक्सी चाइल्ड और टीन सैक्स वीडियो जैसी खोजों की मांग में अभूतपूर्व वृद्धि हो रही है।

 

दुनिया की सबसे बड़ी पोर्नोग्राफी वैबसाइट पोर्नहब के डाटा से यह भी पता चलता है कि भारत में उनका औसत ट्रैफिक कोरोना काल से पहले की तुलना में 24 से 26 मार्च 2020 के बीच 95 प्रतिशत बढ़ा है। इंडिया चाइल्ड प्रोटैक्शन फंड ने सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि इससे लाखों पीडोफाइल, बाल बलात्कारी और चाइल्ड पोर्नोग्राफिकएडिक्ट्स को ऑनलाइन सामग्री की आपूॢत हो रही है जिससे बच्चों के लिए इंटरनैट इन दिनों बेहद असुरक्षित हो गया है इसलिए समय रहते अगर इस पर कठोर कार्रवाई नहीं की जाती है तो बच्चों के खिलाफ यौन अपराधों में भारी वृद्धि हो सकती है।

 

पोर्नोग्राफिककंपनियों पर कड़ा एक्शन ले सरकार
फंड की प्रवक्ता निवेदिता आहूजा ने कहा कि पोर्नोग्राफिक वैबसाइट केवल अपने यू.आर.एल. बदलकर भारतीय कानून और न्यायपालिका से लुका-छिपी का खेल खेल रही हैं। भारत सरकार को चाइल्ड पोर्नोग्राफी के खिलाफ  कड़ी कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए और बाल यौन शोषण सामग्री के खिलाफ  इंटरनैशनल कन्वैंशन के लिए वैश्विक स्तर पर बातचीत शुरू करनी चाहिए।

vasudha

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