आदित्य ठाकरे का बयान- मुंडे का इस्तीफा पर्याप्त नहीं, महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू हो
punjabkesari.in Tuesday, Mar 04, 2025 - 07:38 PM (IST)

नेशनल डेस्क: शिवसेना (उबाठा) के नेता आदित्य ठाकरे ने मंगलवार को महाराष्ट्र में कानून-व्यवस्था के बिगड़ने का आरोप लगाते हुए देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली सरकार को बर्खास्त करने और राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की। वह राज्य के मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता धनंजय मुंडे के इस्तीफे के मद्देनजर यहां संवाददाताओं से बात कर रहे थे। कुछ दिन पहले मुंडे के करीबी सहयोगी वाल्मीक कराड को बीड जिले के मासजोग गांव के सरपंच की हत्या के मामले में सूत्रधार बताया गया था।
'सिर्फ मुंडे का इस्तीफा पर्याप्त नहीं'
उन्होंने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए सिर्फ मुंडे का इस्तीफा पर्याप्त नहीं है। सरपंच देशमुख को पिछले साल नौ दिसंबर को कथित तौर पर जिले में एक ऊर्जा कंपनी से की जा रही जबरन वसूली की कोशिश को रोकने का प्रयास करने पर अगवा कर लिया गया, प्रताड़ित किया गया और उनकी हत्या कर दी गई। संवाददाताओं से बातचीत में ठाकरे ने कहा, ‘‘मुंडे का इस्तीफा काफी नहीं है। सरकार को बर्खास्त कर देना चाहिए और राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू कर देना चाहिए।''
'राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब होती जा रही'
पूर्व मंत्री ने महिलाओं के खिलाफ अपराध की हाल की घटनाओं का भी हवाला दिया जिनमें पुणे में महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) की बस में 26 वर्षीय महिला से कथित बलात्कार और मुंबई में 17 वर्षीय लड़की को आग के हवाले करने की घटना शामिल है। उन्होंने कहा, ‘‘पिछले तीन साल से राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब होती जा रही है। अगर सरकार को बर्खास्त नहीं किया गया तो महाराष्ट्र में निवेश के लिए कौन आएगा, नागरिक कैसे सुरक्षित रहेंगे?'' ठाकरे ने सरपंच हत्या मामले में पूरक आरोपपत्र की भी मांग की, जिसका मतलब यह है कि मुंडे को भी आरोपी बनाया जाना चाहिए।