अभिजीत गंगोपाध्याय बीजेपी में हुए शामिल, बोले- TMC को सत्ता से बाहर करना मकसद
Thursday, Mar 07, 2024 - 01:28 PM (IST)
नेशनल डेस्क: कलकत्ता उच्च न्यायालय के न्यायाधीश पद से इस्तीफा देने के दो दिन बाद अभिजीत गंगोपाध्याय बृहस्पतिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए। उच्च न्यायालय के न्यायाधीश पद से इस्तीफा देने के कुछ घंटों बाद गंगोपाध्याय ने मंगलवार को घोषणा की थी कि वह भाजपा में शामिल होंगे। गंगोपाध्याय ने भाजपा में शामिल होने के बाद कहा, ‘‘आज मैंने एक नए क्षेत्र में कदम रखा है। मैं भाजपा में शामिल होकर खुश हूं और पार्टी के सिपाही के तौर पर काम करूंगा। हमारा उद्देश्य राज्य से भ्रष्ट टीएमसी (तृणमूल कांग्रेस) शासन को बाहर करना है।''
#WATCH | Kolkata, West Bengal | Former Calcutta High Court judge Justice Abhijit Gangopadhyay joins the BJP in the presence of state party chief Sukanta Majumdar, LoP Suvendu Adhikari and others. pic.twitter.com/hOPGX9p33j
— ANI (@ANI) March 7, 2024
गंगोपाध्याय के फैसलों ने राजनीतिक बहस छिड़ी
राज्य में शिक्षा संबंधी विभिन्न मामलों खासकर टीएमसी से जुड़े मामलों पर गंगोपाध्याय के फैसलों ने राजनीतिक बहस छेड़ दी थी। उन्होंने इस बात का सीधा जवाब नहीं दिया कि वह चुनाव लड़ेंगे या नहीं। उन्होंने कहा, “पार्टी मुझे जो काम सौंपेगी, मैं पूरी लगन से उसे निभाउंगा। ” उनका साल्ट लेक स्थित भाजपा कार्यालय में भव्य स्वागत किया गया और पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने उन्हें पार्टी का झंडा सौंपा।
बंगाल अभिजीत गंगोपाध्याय जैसे व्यक्ति की जरूरत
भाजपा नेता और राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल की राजनीति को अभिजीत गंगोपाध्याय जैसे व्यक्ति की जरूरत है।'' मजूमदार ने पार्टी में उनका स्वागत करते हुए कहा, “उन्होंने भले ही न्यायाधीश पद से इस्तीफा दे दिया हो, लेकिन अपने उल्लेखनीय फैसलों के लिए उन्हें अब भी न्यायमूर्ति अभिजीत गंगोपाध्याय के नाम से जाना जाएगा।” उन्होंने कहा, “भाजपा में उनका शामिल होना साबित करता है कि यही एकमात्र पार्टी है जो बंगाल में टीएमसी के भ्रष्टाचार और कुशासन के खिलाफ लड़ सकती है।”
टीएमसी की तीखी प्रतिक्रिया आई
गंगोपाध्याय के भाजपा में शामिल होने पर सत्तारूढ़ टीएमसी की ओर से तीखी प्रतिक्रिया आई। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उन पर उनके राजनीतिक रूप से पक्षपातपूर्ण निर्णयों के माध्यम से राज्य में "हजारों युवाओं की नौकरियां छीनने" का आरोप लगाया। उन्होंने कोलकाता में एक जुलूस को संबोधित करते हुए कहा, “भाजपा का आदमी जो न्यायाधीश की कुर्सी पर बैठा था, वह भाजपा में शामिल हो गया है। युवा आपको माफ नहीं करेंगे। आपके सभी फैसले सवालों के घेरे में हैं। हम आपकी हार सुनिश्चित करेंगे। कल से राज्य की जनता आपकी हरकतों के लिए न्यायाधीश की भूमिका निभाएगी।”