आप ने झाड़ू को अपना चुनाव चिन्ह बनाया और हमारी समस्याओं को ‘गलीचे’ के नीचे दबा दिया

Tuesday, Apr 11, 2017 - 03:21 AM (IST)

नई दिल्ली: दिल्ली में होने जा रहे एम.सी.डी. चुनावों को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) ने कमर कस ली है। मगर नगर निगमों के सफाई कर्मचारी आप सरकार से काफी नाराज हैं। उनका कहना है कि आप ने उनके जीवन को नरक बना दिया है। आप ने झाड़ू को अपना चुनाव चिन्ह बनाया और हमारी समस्याओं को एक ‘गलीचे’ के नीचे दबा दिया। 

राजवीर गोगालिया ने हुक्का पीतेऔर डायरी के पन्नों को पलटते हुए समाचार पत्रों में लिखे लेखों का उल्लेख करते हुए कहा कि आप सरकार बनने के बाद से नगर निगम आॢथक संकट में फंस गए हैं। राजवीर का कहना है  कि ‘हमारे वाल्मीकि समाज में जनता बहुत भोली है। यही कारण है कि उसने दिल्ली विधानसभा चुनावों में आप को वोट दिया। वे एक चुनाव चिन्ह (झाड़ू) के साथ हमारे पास आए जो हमारी जीविका का साधन है और बड़े-बड़े वायदे किए लेकिन इसके बाद वह कभी भी हमारे पास नहीं आए। राजवीर उन 25 हजार सफाई कर्मचारियों में से एक हैं जिनका नाम पूर्वी एम.सी.डी. द्वारा पर्यावरण सहायक रखा गया है। वह त्रिलोक पुरी की जे.जे. कालोनी में रहते हैं। 

ब्लाक 17 की रहने वाली और 15 वर्ष से सफाई का काम कर रही पुष्पा ने कहा कि वह 2015 के बाद से हर दूसरे या तीसरे महीने वेतन के लिए संघर्षरत रहती है। जब से दिल्ली में आप सत्ता में आई है निगमों की वित्तीय स्थिति गम्भीर हो गई है। पुष्पा ने कहा कि 3 महीने के बाद दुकानदारों ने हमें उधार देना बंद कर दिया। दुकानदारों ने हमें अनाज देने से पूर्व गारंटी के रूप में हमारे डैबिट कार्ड अपने पास रख लिए। पुष्पा की तरह बहुत से सफाई कर्मचारियों ने दिल्ली सरकार पर ऐसे ही आरोप लगाए। वे झाड़ू को ऊपर उठाकर हमारे पास आए थे। उसके बाद वे हमारे पास नहीं आए।’ 

राजधानी के सफाई कर्मचारियों की एक सांझी शिकायत है कि निगमों के अनुबंधित कर्मचारियों को नियमित करने का वायदा किया गया था। मगर वह पूरा नहीं किया गया। अपना नाम न बताने की शर्त पर एक अन्य कर्मचारी ने कहा कि एक कर्मचारी को स्थायी बनने के लिए रजिस्टर पर 240 हाजिरियां जरूरी होती हैं। जो लोग 15-20 वर्ष से अनुबंध पर काम कर रहे हैं उनको 9 हजार रुपए महीना वेतन मिलता है। वे अभी भी स्थायी कर्मचारी बनने के इंतजार में हैं। 

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