Somnath Bharti Interview: पांच साल काम किया, अब जनता करेगी फैसला- सोमनाथ भारती
punjabkesari.in Saturday, Jan 11, 2025 - 12:57 PM (IST)
Delhi Assembly Election 2025 : आप विधायक एवं दिल्ली विधानसभा मालवीय नगर सीट से प्रत्याशी सोमनाथ भारती (Somnath Bharti) से पंजाब केसरी/नवोदय टाइम्स के लिए अकु श्रीवास्तव व आदर्श ने की खास बातचीत। पेश हैं विशेष साक्षात्कार के मुख्य अंश...
सवाल- बिहार से पढ़े लिखे, आईआईटी में पढ़े, वकालत किया और उसके बाद काफी कुछ किया। दिल्ली में अब राजनीति करने लगे। यहां भी आप शांत नहीं रहे। कभी मंत्री बन जाते हैं तो कभी छोड़ देते हैं और अपने क्षेत्र में भी आप काफी दौड़-भाग करते हुए नजर आते हैं। हैं क्या आप?
जवाब- सबका मिश्रण है जो आपने बताया है। आईआईटी के बाद मेरे अधिकतम बैचमेट विदेश चले गए। कई तो चार्टर्ड फ्लाइट से आते हैं और कहते हैं कि सोमनाथ अभी भी तू वही है तो मैं ऐसा ही हूं। मैं आपको बताऊं, मेरा नाम महर्षि महेश योगी परमहंस महराज भागलपुर वाले ने सोमनाथ रखा। महर्षि महेश योगीजी की गोद में खेला हूं। देवराहा बाबा, अनुकूल ठाकुर, जय गुरुदेव, ओशो, मतलब मैं आध्यात्मिक वातावरण में रहा हूं। इसी कारण आध्यात्मिकता से जो मेरा जुड़ाव रहा है, उसी कारण मैं आज राजनीति से जुड़ा हूं। राजनीति में आने से पहले मैंने बाबाजी से पूछा तो उन्होंने एक ही शब्द कहा कि निष्काम सेवा करो। आईआईटी करने के बाद पिताजी के कहने पर एलएलबी कर ली। इसके बाद वकालत शुरू कर दी। राजनीति में आने का एक कारण यह भी था कि जब मेरे पास इसी से संबंधित केस आए और मैंने बीजेपी और कांग्रेस को अप्रोच किया। तब उन्होंने कहा कि आप कितना खर्च करोगे। तब मैंने कहा कि मैं अपने आपको राजनीति को समर्पित करने आया हूं। मैंने कहा, मुझे बताओ चुनाव लड़ाओगे या नहीं। यह बात 2009 की है। इस तरह से राजनीति में आया। राजनीति में आरोप लगते हैं तो उससे डरना नहीं चाहिए, क्योंकि कीचड़ में उतरेंगे तो छींटें तो पड़ेंगे ही। इस तरह मुझे चढ़ते व उतरते देखा तो भी मेरी मुस्कान कोई छीन न सका। यह यात्रा जो मेरी रही है, काफी मजेदार रही है।
सवाल- आज भी आप दावा करते हैं कि खर्च करने की जो सीमा है चुनाव आयोग की, उतने ही तक आप सीमित रहते हैं। पिछले तीन चुनाव में क्या रिकाॅर्ड रहा है इस मामले में?
जवाब- मैं तीनों चुनाव में चुनाव आयोग के खर्च की सीमा के अंदर ही रहा हूं, उसके ऊपर कभी पहुंचा ही नहीं हूं। पहले चुनाव में 8 लाख, दूसरे चुनाव में 14 लाख व तीसरे चुनाव में 25 लाख का खर्च था।
सवाल- अरविंद केजरीवाल से आप पहली बार कहां और कैसे मिले और फिर राजनीति की शुरुआत की कहानी क्या है?
जवाब- नोएडा में 2010 में आईआईटी का एक कॉन्फ्रेंस था, उसमें अरविंद केजरीवाल बोल रहे थे। मैं नीचे दर्शक के बीच था। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सीडब्ल्यूजी गेम्स में कुछ होगा नहीं। बड़ी मछलियां छोटी मछली को खा जाएंगी इसलिए हमें मूवमेंट करना पड़ेगा। तब मैं नीचे बैठा सोच रहा था कि यह आदमी मुझे मिल जाए तो मजा आ जाएगा। इसके बाद शाम को ऐसा हुआ कि अरविंद केजरीवाल अपनी वैगनआर से मेरे घर पहुंच गए। मेरी आंखों में आंसू आ गए और मुझे खुद पता नहीं चला कि आज मैंने इच्छा जाहिर कि उनसे मिलने की और वे मेरे घर आ गए। वे आए थे मुझे
हायर करने, काॅमनवेल्थ गेम्स मामले में केस करने के लिए।
उनको वकील चाहिए था। उनको किसी ने बताया कि यह वही हैं जो अमरीका में बिक्रमबुद्धि के लिए लड़कर आए थे। मैंने कहा कि राजनीति में आना पड़ेगा, इसके लिए अरविंद ने कहा कि राजनीति मेरे बस की नहीं है, आप सिर्फ केस कर दो मेरे लिए। शुरू में अरविंद केजरीवाल राजनीति में बिल्कुल नहीं आना चाहते थे। इसी कारण बिना राजनीतिक इच्छा वाले लोगों के साथ एक पार्टी बनाई गई। उसके बाद हम जुड़ गए और उनका पहला वकील मैं ही रहा लोअर कोर्ट से लेकर हाईकोर्ट तक। बाद में और भी कई बड़े-बड़े वकील आए गए फिर उन्होंने कहा कि आप चुनाव लड़ो मालवीय नगर से। मैं हिन्दू हूं इसलिए सभी को परमात्मा मानता हूं।
सवाल- परमात्मा को मानते हैं तो फिर तरह-तरह के विवाद में क्यों रहते हैं इतना?
जवाब- अगर कोई समस्या लेकर मेरे पास आएगा तो मैं उसका समाधान तो करूंगा ही। मैं पुलिस की सहायता लेने से पहले जल्द से जल्द किसी व्यक्ति को न्याय दिलाने की कोशिश करता हूं। खिड़की गांव वाला जो कांड था, जिसमें मैं ड्रग माफिया से भिड़ा। वह केस आज भी चल रहा है। लेकिन उस केस के कारण मेरा क्षेत्र आज स्वर्ग बन गया। माफिया खत्म हो गया। आज महिलाएं खुश हैं तो आज मुझे उस क्षेत्र से 99 प्रतिशत वोट मिलता है।
सवाल- आपके क्षेत्र में पानी, जलभराव की समस्या है, वह नहीं हल हो पा रही है?
जवाब- यह तो भाजपा का आरोप है। मेरे क्षेत्र में आज ऐसी कोई गली नहीं है जहां गंदे पानी की समस्या हो। सब जगह ठीक कर दिया है। भाजपा के समय हर गली मेें गंदे पानी की समस्या रहती थी। गीतांजलि आदि इलाके में 24 घंटे पानी की आपूर्ति होती है, उसको आगे विस्तार करना है।
सवाल- अन्य घरों में 24 घंटे पानी क्यों नहीं पहुंचा पाए?
जवाब- नहीं कर पाए क्योंकि कच्चा पानी हरियाणा या उत्तर प्रदेश से नहीं मिला। जबतक कच्चा पानी उपलब्ध नहीं होगा तबतक आप 24 घंटे पानी उपलब्ध नहीं करवा सकते। इसी कारण अरविंद केजरीवाल ने वैज्ञानिक तरीका ढूंढा और कहा कि यमुना के तट को रिजर्ववायर बनाओ, जिसमें बारिश का पानी संजोया और वाटर लेवल को ऊपर लेकर आए। 22 किलोमीटर क्षेत्र है यमुना तट का तो जहां-जहां पानी संजो लेंगे, वहां से भूमिगत पानी हम ले सकते हैं। इस समस्या का हम इस बार समाधान कर देंगे और दिल्ली को 24 घंटे पानी दे देंगे।
सवाल- हाल ही में लोकसभा चुनाव में कहां चूके आप। क्यों नहीं मिली जीत।
जवाब- लोकसभा चुनाव में पैसे होने चाहिए। मेरे पास पैसे नहीं हैं। हमने पूछा भी मतदाताओं से कि क्यों नहीं वोट दिया तो बोले इतने अच्छे विधायक कहां मिलेंगे। जनता को घर बैठे मैं उपलब्ध रहता हूं। हर समय। दिन हो या रात। मेरी उपलब्धता के कारण जनता से मेरा रिश्ता है।
सवाल- क्या आपके पास मालवीय नगर के सिवाय कुछ बचा नहीं है।
जवाब- आप कह सकते हैं। क्षेत्र का विधायक हूं। हमारे लिए क्या गरीब क्या अमीर। सबको घर पर बैठे उपलब्ध हैं। कोरोना में जब नेता अपने घर या फार्महाउस में बैठे थे, तब मैं हर समय क्षेत्र की जनता के लिए उपलब्ध था। मैं अपने आप को आइसोलेट कर परिवार से अलग सोफे पर सोया। घर नहीं गया। जब निगम बोध घाट पर शव पड़े थे, तो मैंने दाह संस्कार कराए। करीब 30 से 32 शव के अंतिम संस्कार कराए।
सवाल- मालवीय नगर को आदर्श विधानसभा कहा जा सकता है।
जवाब- मैं प्रयत्न कर रहा हूं कि यह आदर्श विधानसभा बने। माडल विधानसभा क्षेत्र बना सकता हूं। इसके लिए प्रयत्न जारी है।
सवाल- जब आपका काम इतना अच्छा है। सब गुड ही गुड है तो आपको कठिन सीट देते।
जवाब- मालवीय नगर आसान विधानसभा सीट नहीं है। स्लम बहुत कम है। हमारे यहां हौज खास, गीतांजलि जैसे और भी वीआईपी मोहल्ले हैं। कोरोना काल में मेरा वाट्सएप ग्रुप बहुत अच्छा है। सेवा मेरा मोटो है। पाॅलिटिक्स में इससे बेहतर टूल नहीं हो सकता। अगर आपको सेवा करनी है।
सवाल- राजनीति में आप कितना सफल रहे?
जवाब- परमात्मा की कृपा से मैंने एक चीज में सफल होकर दिखा दिया। बगैर बेईमान हुए राजनीति में आप रह सकते हैं। मैं अपनी बात कर रहा हूं। साथ ही मैं अपने साथियों और पार्टी के लिए भी इस तरह के दावे कर सकता हूं। हम कह सकते हैं कि बगैर बेईमान हुए बगैर बिरयानी, पैसा व शराब बांटे आप तीन-तीन बार विधायक बन सकते हो। मैं इसे परीक्षा की तरह लेता हूं। जो पूरे साल पढ़ाई करते हैं उन्हें परीक्षा में परिणाम की चिंता नहीं करनी चाहिए, उसी तरह मैं राजनीति को लेता हूं। जो पांच साल तक काम करे, उसे परिणाम की चिंता नहीं करनी चाहिए।
सवाल- आपको अब आखिर लोग क्यों वोट दें?
जवाब- क्षेत्र में जाएं तो लोग कहेंगे कि हमें ऐसा ही विधायक चाहिए। मॉडल विधानसभा क्षेत्र बनाना है। यह सपना अधूरा है। लोग कहेंगे कि ऐसा आदमी हमें नहीं मिलेगा। एक छोटा सा उदाहरण है। दस साल की बच्ची का ब्लड प्रेशर डाउन हो रहा था। मैं एम्स गया, वहां पूरा समय देकर उसका इलाज कराया।
सवाल- पूर्वांचल समाज का जुड़ाव किस पार्टी की ओर है, क्यों है?
जवाब- आप की ओर। भाजपा नेता रमेश बिधूड़ी साहब ने पूरबियों को गालियां दी हैं। आप एक से एक उदाहरण निकाल सकते हैं। सम्मान किसने किया। 1200 छठ घाट हमने बनाए। यह दिखावा है। भाजपा को वोट बैंक दिखाई देता है। हम सब इस बात को सुनिश्चित करेंगे कि दिल्ली में रहने वाले हर बच्चे को हर सुविधा मिले। पाॅलिटिक्स अपनी जगह है। शब्दों की गरिमा में रहें। आज राजनीति में कटुता बढ़ी है। आप लोगों को चाहिए कि ऐसा करें कि इस तरह की कटुता पैदा न हो।