गौतम गंभीर देख रहे हैं ‘दिल्ली के मुख्यमंत्री’ बनने का सपना!

Monday, Oct 07, 2019 - 05:13 PM (IST)

नई दिल्ली: दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार दिल्ली में विकास के दावे कर रही है। वहीं बीजेपी भी दिल्ली में पूरे एक्टिव मोड में है। इसी बीच दिल्ली बीजेपी से एक हैरान कर देने वाली खबर इन दिनों जमकर ट्रेंड कर रही है। असल में क्रिकेटर से नेता बने गौतम गंभीर से जब सवाल किया गया कि क्या वो उत्तर प्रदेश जैसी व्यवस्था पर सहमति जताएंगे, जहां तत्कालीन सांसद योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनने के लिए कहा गया था? इस पर बीजेपी सांसद गंभीर ने कहा कि एक बड़ी जिम्मेदारी सम्मान की बात होगी। और यह एक मुकम्मल सपना होगा।



इस सवाल के बाद बीजेपी के भीतर ही चर्चा का बाजार गरम हो रहा है।वजह बेहद साफ है। एक तरफ जहां दिल्ली बीजेपी से विजय गोयल मुख्यमंत्री के दावेदार है तो वहीं, मनोज तिवारी और रमेश विधुड़ी भी दिल्ली के मुख्यमंत्री होने का दावा अंदरखाने ठोंक रहे हैं। ऐसे में गौतम गंभीर का इस तरह से कॉन्फिडेंस के साथ मुख्यमंत्री का दावा इस बात की तस्दीक कर रहा है कि दिल्ली बीजेपी के भीतर अभी से मुख्यमंत्री पद के लिए होड़ मची हुई है।वहीं, पूर्वी दिल्ली संसदीय क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के सांसद गौतम गंभीर ने दिल्ली की AAP सरकार पर वादे पूरा नहीं करने का आरोप भी लगाया है।
 



गौतम गंभीर ने आरोप लगाते हुए कहा है कि आम आदमी पार्टी सिर्फ इश्तहारों की पार्टी है और प्रचार प्रसार के बल पर सत्ता में वापसी का रास्ता खोज रही है। सांसद फिलहाल अपने संसदीय क्षेत्र की समस्याओं को हल करने और चुनौतियों से निपटने में बिजी हैं। उन्होंने पूर्वी दिल्ली में कूड़े के पहाड़ की ऊंचाई को धीरे-धीरे कम करने का वादा किया है। इसी मकसद से उन्होंने एक ‘बैलिस्टिक सेग्रीगेटर’ का उद्घाटन किया। हालांकि गंभीर ने इसकी डेडलाइन बताने से इनकार कर दिया कि कब तक कूड़े के पहाड़ खत्म कर दिए जाएंगे। उन्होंने सिर्फ इतना ही कहा कि वो इस दिशा में काम कर रहे हैं।

बीजेपी सांसद गंभीर ने अपने संसदीय क्षेत्र पूर्वी दिल्ली में सीसीटीवी कैमरा लगवाया है और अब वो अपने क्षेत्र में एंबुलेंस तैनात करने की कोशिश में लगे हुए हैं। वहीं, गौतम गंभीर दिल्ली में राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) को जल्द लागू करने की दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी की मांग से अलग राय रखते हैं। बीजेपी सांसद गौतम गंभीर का कहना है कि इसमें कोई जल्दबाजी नहीं है। हालांकि जब भी दिल्ली में एनआरसी लागू किया जाए, तो बीजेपी सरकार द्वारा ही लागू किया जाना चाहिए और फुलप्रूफ होनी चाहिए। आपको बता दें कि राजनीति में कदम रखने और बीजेपी में शामिल होने से पहले गंभीर ने राष्ट्रवादी नजरिए से ताबड़तोड़ ट्वीट किए थे।

Anil dev

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