LIVE आज के गुडलक से हर मां कर सकेगी संतान की रक्षा

punjabkesari.in Thursday, Oct 12, 2017 - 07:20 AM (IST)

आज गुरुवार दी॰ 12.10.17 को कार्तिक कृष्ण अष्टमी पर अहोई अष्टमी पर्व मनाया जाएगा। इस व्रत व पर्व का संबंध महादेवी पार्वती के अहोई स्वरूप से है। मान्यतानुसार घर की उत्तर दिशा में गेरू से दीवार पर देवी अहोई का आठ कोष्ठक की एक पुतली के रूप में चित्र बनाया जाता है। साथ ही सेह व उनके सात पुत्रों का चित्र बनाया जाता है। गौवर्धन से लीपकर जल से भरा कलश रखकर स्थापना कर देवी को दूध-चावल का भोग लगाकर अहोई की कथा सुनी जाती है। सूर्यास्त के पश्चात तारों के निकलने पर महादेवी व उनके 7 पुत्रों का विधान से पूजन किया जाता है। इस सेह की पंचोपचार पूजा की जाती है। पूजा के पश्चात् बुजुर्गों के पैर छूकर आर्शीवाद लिया जाता है। इसके बाद करवा से तारों पर जल का अर्घ्य देकर उनकी पूपंचोपचार पूजा की जाती है। अहोई अष्टमी का व्रत देवी पार्वती के निमित सन्तान की रक्षा, दीर्घायु, स्वस्थ व सुख हेतु किया जाता है। अहोई पूजन से संतान के कष्ट दूर होते हैं, उन्हें तरक्की मिलती है, उन पर आने वाली सारी विपदाएं दूर होती हैं।


विशेष पूजन विधि: तारों के निकलने पर महादेवी अहोई का विधिवत पूजन करें। गौघृत का दीपक करें, चंदन की धूप करें, रोली हल्दी चढ़ाएं। केसर चढ़ाएं। चावल की खीर का भोग लगाएं तथा इस विशेष मंत्र से 1 माला जाप करें। पूजन के बाद भोग किसी गरीब कन्या को दान दे दें।


अहोई पूजन मुहूर्त: शाम 17:50 से शाम 19:06 तक।


तारा पूजन मुहूर्त: शाम 18:18 से शाम 19:06 तक।


चंद्रोदय मुहूर्त: रात 23:53 पर।


विशेष पूजन मंत्र: ॐ उमादेव्यै नमः॥ 


आज का शुशाशुभ

आज का अभिजीत मुहूर्त: दिन 11:44 से दिन 12:30 तक।


आज का अमृत काल: अगले दिन प्रातः 05:29 से 06:59 तक।


आज का राहु काल: दिन 13:33 से दिन 14:59 तक। 


आज का गुलिक काल: प्रातः 09:15 से प्रातः 10:41 तक।


आज का यमगंड काल: प्रातः 06:23 से प्रातः 07:49 तक।


यात्रा मुहूर्त: आज दिशाशूल दक्षिण व राहुकाल वास दक्षिण में है। अतः दक्षिण दिशा की यात्रा टालें।


आज का गुडलक ज्ञान

आज का गुडलक कलर: केसरी।


आज का गुडलक दिशा: ईशान।


आज का गुडलक मंत्र: ह्रीं पराशक्त्यै नमः॥


आज का गुडलक टाइम: प्रातः 10:45 से प्रातः 11:25 तक।


आज का बर्थडे गुडलक: विपदाएं दूर करने के लिए महादेवी पर पीले कनेर के फूल चढ़ाएं।


आज का एनिवर्सरी गुडलक: संतान की तरक्की हेतु देवी अहोई पर हलवा पूड़ी चढ़ाकर गरीब बच्चों में बाटें।


गुडलक महागुरु का महा टोटका: संतानहीनता के निदान हेतु कुष्मांड पेट से 5 बार वारकर मां पार्वती पर चढ़ाएं।


आज के गुडलक में बस इतना ही। कल गुडलक में आपसे फिर मुलाक़ात होगी और हम आपको बताएंगे कार्तिक माह में कृष्ण की राधा कैसे करेंगी आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी।


आचार्य कमल नंदलाल
ईमेल: kamal.nandlal@gmail.com


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