गलती से भी मत फैलाना प्रदूषण, लग जाएगा भारी जुर्माना, सरकार ने जारी किया आदेश

punjabkesari.in Tuesday, Nov 11, 2025 - 08:35 PM (IST)

नेशनल डेस्क: दिल्ली में वायु प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है, और हालात इतने गंभीर हो चुके हैं कि राजधानी का एयर क्वालिटी इंडेक्स अब “सीवियर” कैटेगरी में पहुंच गया है। इसी को देखते हुए नगर निगम दिल्ली (MCD) ने प्रदूषण रोकने के उपायों को और तेज़ कर दिया है। अब सड़कों पर एंटी-स्मॉग गन, मैकेनिकल रोड स्वीपर, और वॉटर स्प्रिंकलर लगातार तैनात किए जा रहे हैं ताकि धूल और धुएं को नियंत्रित किया जा सके। अधिकारियों ने साफ चेतावनी दी है- “नियम तोड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी। जुर्माना 50,000 रुपये तक लग सकता है।”

प्रदूषण से कारोबार को रोजाना 100 करोड़ का नुकसान

दिल्ली के व्यापारी संगठन चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (CTI) के चेयरमैन बृजेश गोयल ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा कि “दिल्ली का व्यापार प्रदूषण के कारण हर दिन लगभग 100 करोड़ रुपये का नुकसान झेल रहा है।” उन्होंने यह भी कहा कि 20 लाख व्यापारी सरकार के साथ खड़े हैं और प्रदूषण कम करने में पूरा सहयोग देंगे। इधर, एमसीडी की बैठक में पार्किंग शुल्क दोगुना करने का प्रस्ताव भी रखा गया है, ताकि लोग निजी वाहन का कम उपयोग करें और सड़कों पर वाहनों की संख्या घटाई जा सके। हालांकि, इस पर अंतिम फैसला निगम सदन की मंजूरी के बाद होगा।

नियम तोड़े तो लगेगा 5,000 से 50,000 रुपये तक जुर्माना

राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) के दिशानिर्देशों के अनुसार, यदि कोई व्यक्ति या संस्था प्रदूषण फैलाती पाई गई तो उसे 5,000 से लेकर 50,000 रुपये तक जुर्माना देना होगा।  एमसीडी की टीमें निर्माण स्थलों, औद्योगिक इलाकों और सड़कों पर कचरा जलाने जैसी गतिविधियों पर नजर रख रही हैं। राजधानी में 6,130 किलोमीटर लंबी सड़कों की सफाई के लिए 57,000 कर्मचारी तैनात हैं, जबकि 3,400 किलोमीटर मुख्य सड़कों पर 52 मैकेनिकल स्वीपर काम कर रहे हैं। इसके अलावा,

  • लैंडफिल साइटों पर 167 वॉटर स्प्रिंकलर,
  • 28 मोबाइल और 20 स्थिर एंटी-स्मॉग गन,
  • और ऊंची इमारतों पर 15 एंटी-स्मॉग यूनिट्स लगाए गए हैं।

दिल्ली की हवा “सीवियर” ज़ोन में, जनता से अपील

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली के कई इलाकों — बवाना, वजीरपुर, मुंडका और पंजाबी बाग- में एक्यूआई गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है। सरकार और एमसीडी ने लोगों से अपील की है- “प्रदूषण फैलाने वाले किसी भी काम से बचें, नहीं तो भारी जुर्माने और कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।” राजधानी फिलहाल धुएं की चादर में ढकी है... और सवाल अब भी वही है- क्या दिल्ली फिर से सांस ले पाएगी?


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News Editor

Parveen Kumar

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