नशे के खिलाफ जागरूकता फैला रही 10 साल की लक्ष्या, 50 हजार से ज्यादा लोगों को दिलाई नशा छोड़ने की शपथ
punjabkesari.in Monday, Feb 03, 2025 - 10:59 AM (IST)
नेशनल डेस्क. राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में रहने वाली 10 साल की लक्ष्या ने नशे के खिलाफ एक अनोखा अभियान शुरू किया है। वह न केवल नशे के खिलाफ जागरूकता फैला रही हैं, बल्कि अब तक 50,000 से अधिक लोगों को नशा न करने की शपथ भी दिला चुकी हैं। लक्ष्या नशे के खतरों के बारे में लोगों को समझाने के लिए नाटक का सहारा ले रही हैं। अब तक उन्होंने 300 से अधिक नाटक खेले हैं, जिनमें उनके माता-पिता विक्रम ज्याणी और नीलम के साथ-साथ उनके सहकलाकार सहीराम भी शामिल होते हैं।
लक्ष्या की इस पहल को अब जिला प्रशासन ने भी सराहा है और उन्हें नशे के खिलाफ अभियान के लिए ब्रांड एंबेसडर बनाया है। इसके अलावा राजस्थान के राज्यपाल ने भी उनकी कड़ी मेहनत और जागरूकता अभियान के लिए उन्हें सम्मानित किया है।
नशे से रिश्तेदार की मौत ने किया प्रभावित
लक्ष्या ने बताया कि नशे के खिलाफ काम करने का विचार तब आया जब कुछ समय पहले उनके परिवार के किसी रिश्तेदार की नशे के ओवरडोज से मौत हो गई थी। एक दिन मैंने देखा कि आंगन में एक आदमी सो रहा था और पूरा परिवार रो रहा था। लगभग मेरी उम्र की एक बच्ची अपने पिता को पुकारते हुए रो रही थी। दादा-दादी उसे चुप कराने की कोशिश कर रहे थे। मुझे बहुत डर लगा और जब मैंने पापा से पूछा कि क्या हुआ, तो उन्होंने बताया कि उस व्यक्ति की नशे के ओवरडोज के कारण मौत हो गई। मुझे पहले नशे के बारे में ज्यादा नहीं पता था, लेकिन पापा ने मुझे इसके बारे में पूरी जानकारी दी। इसके बाद मैंने नशे के बारे में जागरूकता फैलाने का फैसला किया।"
लक्ष्या ने आगे कहा कि उनके माता-पिता ने भी उन्हें समझाया था कि जब लोग नशे के बुरे प्रभावों को जानेंगे, तभी वह इससे बच सकते हैं। इस प्रेरणा के बाद लक्ष्या ने नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाने का अभियान शुरू किया।
लक्ष्या की यह पहल आज न केवल उनके परिवार के लिए गर्व की बात बन चुकी है, बल्कि उन्होंने अपने आसपास के लोगों में भी नशे के खिलाफ जागरूकता बढ़ाई है।