''रन फॉर रियो'' में बोले मोदी, उम्मीद है Rio में हर दिन लहराएगा तिरंगा

Sunday, Jul 31, 2016 - 01:56 PM (IST)

नई दिल्ली: रियो आेलंपिक में भारतीय दल को खेल के मैदान पर ही नहीं बल्कि अपने आचरण से दुनिया का दिल जीतने का आह्वान करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि उन्हें यकीन है कि 15 अगस्त को जब देश में आजादी की सालगिरह पर तिरंगा फहराया जाएगा तो उसी कालखंड में रियो में कहीं न कहीं तिरंगा जरूर लहराएगा। पांच अगस्त से रियो दि जिनेरियो में शुरू हो रहे आेलंपिक में भारत के 119 सदस्यीय दल को शुभकामनाएं देने के लिए आज मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम से जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम तक ‘रन फॉर रियो’ को आज प्रधानमंत्री मोदी ने हरी झंडी दिखाई।

मोदी ने इस मौके पर कहा,‘‘जब विदेश में हमारा दल जाता है तो सिर्फ खेल के मैदान में हिन्दुस्तान नजर नहीं आता। पूरे आेलंपिक में उसका बोलना, चालना, उठना बैठना। मुझे विश्वास है कि हमारे खिलाड़ी, हमारे भारत का यह दल पूरी दुनिया के दिल को अपने आचरण से जीतेगा। अपने आचरण से भारत की महान विरासत का परिचय करायेगा।’’  उन्होंने देशवासियों की आेर से भारतीय दल को शुभकामना देते हुए कहा, ‘‘मैं भारत के 119 खिलाडिय़ों को कहना चाहता हूं कि दुनिया भर से बहुत से खिलाड़ी आये होंगे लेकिन आपके पीछे 125 करोड़ देशवासी जी जान से खड़े हैं।

जब 15 अगस्त को हम हिन्दुस्तान में आजादी की 70वीं जयंती का तिरंगा फहराएंगे, मुझे विश्वास है कि इसी कालखंड में रियो में हर दिन कहीं ना कहीं तिरंगा फहराने का सौभाग्य प्राप्त होगा।’’ इस मौके पर सैकड़ों की तादाद में जमा स्कूली बच्चों और युवाओं से मोदी ने तोक्यो में 2020 में होने वाले आेलंपिक की उम्दा तैयारियां करने का आह्वान करते हुए सरकार की आेर से हरसंभव मदद उपलबेध कराने का वादा किया ।


200 से ज्यादा खिलाडिय़ों को रियो पहुंचाने का संकल्प

मोदी ने कहा, ‘‘2020 में आेलंपिक तोक्यो में होगा और मैं देश के नौजवानों और 600 से ज्यादा जिलों को आह्वान करता हूं कि वे संकल्प करें कि टोक्यो में सिर्फ राज्य का नहीं बल्कि हर जिले का एक नुमाइंदा खेलने पहुंचेगा। इस बार 119 गए हैं, अगली बार 200 से ज्यादा खिलाडिय़ों को पहुंचाने का संकल्प हम आज ही कर सकते हैं क्या।’’  उन्होंने नए खेलों में अपनी पहचान बनाने का भी भारतीय युवाओं से आह्वान किया। उन्होंने कहा, ‘‘जिन खेलों में आज हमारा दूर दूर का भी नाता नहीं है, क्या एेसे नए खेलों में भारतीय नौजवानों को तैयार करने का काम हम अभी से शुरू कर सकते हैं । भारतीय नौजवानों में सामथ्र्य है, संकल्प है और बड़े बड़े सपने भी हैं। मैं नौजवानों और स्कूल के बच्चों से आह्वान करता हूं कि टोक्यो 2020 के लिए तैयारी करें और सरकार खिलाडिय़ों के जरिये दुनिया में अपनी आन बान शान के लिये पूरी ताकत आने वाले चार साल में लगा देगी।’’  

कठोर तपस्या से पहुंचे हैं रियो
उन्होंने कहा कि खिलाड़ी की सफलता की कसौटी सिर्फ जीत हार नहीं बल्कि भारत के गौरव को बढाने में उसका योगदान भी होना चाहिए। मोदी ने कहा, ‘‘119 खिलाड़ी भारत मां का जय जयकार करने के लिए कठोर तपस्या करके कड़ी मेहनत करके वहां पहुंचे हैं। हर कसौटी से पार होकर निकले हैं और जीत का संकल्प को लेकर चले हैं और वह जीत अपना नाम दर्ज कराने के लिए नहीं बल्कि हिन्दुस्तान के 125 करोड़ देशवासियों की आन बान शान के लिए है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ज्यादातर खेल का मूल्यांकन जीत और हार में सिमट जाता है। खेल का मूल्यांकन जीत और हार में नहीं समेटा जा सकता। खिलाड़ी अपनी पूरी ताकत से कौशल से, स्टेमिना से देश के मान सम्मान के लिये जूझता रहता है। यही उसकी सबसे बड़ी कसौटी होती है। मुझे विश्वास है कि 125 करोड़ देशवासियों की शुभकामनाओं के साथ 119 खिलाड़ी भारत की प्रतिष्ठा को बढ़ाने में अपना सब कुछ झेांक देंगे।’’

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