नवरात्र से पहले 'नारी सुरक्षा' पर मोदी से कांग्रेस के नौ सवाल

Monday, Oct 08, 2018 - 08:34 PM (IST)

नई दिल्लीः कांग्रेस ने शारदीय नवरात्र से ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए देश में नारी सुरक्षा की स्थिति को लेकर उन पर नौ सवाल दागे और कहा कि प्रतिदिन देवी की पूजा से पहले उन्हें एक सवाल का जवाब देना चाहिए। गौरतलब है कि मोदी नवरात्र के पूरे नौ व्रत रखते हैं और प्रतिदिन देवी की पूजा करने के बाद जल ग्रहण करते हैं। इस दौरान वह अन्न नहीं खाते हैं। शारदीय नवरात्र बुधवार से आरंभ हो रहे हैं।

कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने सोमवार को पार्टी मुख्यालय में नियमित ब्रीफिंग में कहा कि देश में नवरात्र शुरू हो रहे हैं, लेकिन महिलाओं के खिलाफ हिंसा चरम पर हैं। उन्होंने कहा, देवी के त्यौहार’ के अवसर पर ‘बेटियों पर अनाचार’ भारतीय जनता पार्टी का ‘एकमात्र व्यवहार’ बन गया है। 

कांग्रेस के नौ सवालः-
1. भाजपा शासित राज्यों में महिलाओं पर अत्याचार सबसे ज्यादा क्यों?
2. क्या इस नवरात्रि में मोदी जी करेंगे अपनी गलतियों का एहसास, या फिर देंगे जुमलों की खटास।
3. महिला रिजर्वेशन बिल का क्या हुआ?
4. देश की बेटियों को सुरक्षित माहौल देने की बात कही थी, आप आरोपियों के साथ खड़े हैं, उन पर कार्यवाही कब?
5. उज्जवला स्कीम की बात करते हैं, क्या गरीब घरों की महिलाएं फिर से रीफिल करा पाएंगीं?
6. महिलाओं के लिए टॉयलेट्स बनाए, लेकिन वो यूजेबल नहीं हैं, महिलाओं के सम्मान का क्या हुआ?
7. 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' को लेकर, उन बेटियों को सम्मान कब मिलेगा?
8. सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणी करने वालों की जवाबदेही कब तय होगी?
9. महिलाओं के खाने, पीने और पहनावे पर सवाल करने वालों पर कार्रवाई कब?



चतुर्वेदी ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की जनसभा में महिलाओं के अंत:वस्त्रों की जांच का उल्लेख करते हुए कहा कि भाजपा को काले रंग का फोबिया हो गया है। उसे काले झंडों और गुब्बारों के बाद अब काले रंग के अंत:वस्त्रों से भी डर लगने लगा है। यह भाजपा की महिला विरोधी मानसिकता को दर्शाता है।



वास्तव में यह महिलाओं के साथ छेड़छाड़ का मामला है और जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने बिहार में मुजफ्फरपुर के आश्रय गृह का उल्लेख करते हुए कहा कि बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार ने महिलाओं को प्रताड़ति करने का 'लाइसेंस' दे दिया है। उन्होंने कहा कि बिहार में इस तरह की सभी घटनाओं की न्यायिक जांच होनी चाहिए और अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। 

Yaspal

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