​​​​​​​बीरभूम हिंसा में जिंदा जले 8 लोग: अब तक 23 लोग गिरफ्तार, वाम दलों ने रामपुरहाट में निकाली रैली

Wednesday, Mar 23, 2022 - 04:28 PM (IST)

नेशनल डेस्क: पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में हुई हिंसा के सिलसिले में अब तक कम से कम 22 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस हिंसा में आठ लोगों की जान चली गई थी। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। रामपुरहाट के बोगतुई गांव में मंगलवार को तड़के करीब एक दर्जन मकानों में कथित तौर पर आग लगा देने से दो बच्चों समेत कुल आठ लोगों की जल कर मौत हो गयी। यह घटना सोमवार को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के पंचायत स्तर के नेता भादू शेख की कथित हत्या के कुछ घंटों के भीतर हुई।

अब तक 22 लोगों को गिरफ्तार
तृणमूल कांग्रेस के नेता की हत्या के बाद रामपुरहाट शहर के बाहरी इलाके में स्थित बोगतुई गांव में करीब एक दर्जन मकानों पर कथित तौर पर पेट्रोल बम से हमला कर आग लगा दी गई थी। ऐसा कहा जा रहा है कि कुछ लोगों ने अपने नेता की हत्या के प्रतिशोध में मकानों में आग लगा दी। भादू शेख के परिजनों का कहना है कि पुलिस ने जिन लोगों को गिरफ्तार किया है, उनमें शेख के बेटे भी शामिल हैं। हालांकि, पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार किए गए संदिग्धों के नामों का खुलासा नहीं किया है। इस घटना के सिलसिले में मंगलवार को 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘इस मामले में अब तक 22 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। हम यह पता लगाने के लिए उनसे पूछताछ कर रहे हैं कि क्या इस घटना में और लोग शामिल थे।

गृह मंत्रालय ने मांगी विस्तृत रिपोर्ट
ऐसा प्रतीत हो रहा है कि कुछ आरोपी गांव से भाग गए हैं। हम उनका पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।'' उन्होंने यह भी कहा कि फॉरेंसिक विशेषज्ञ ‘‘घटना की प्रकृति'' के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के लिए क्षतिग्रस्त मकानों की जांच कर रहे हैं। पश्चिम बंगाल सरकार ने घटना की जांच के लिए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (सीआईडी) ज्ञानवंत सिंह की अध्यक्षता में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से घटना पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। इस बीच, वाम मोर्चा (एलएफ) ने बुधवार को पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के रामपुरहाट कस्बे में एक रैली निकाली और एक दिन पहले इलाके में हुई हिंसा में मारे गए लोगों के लिए न्याय की मांग की।

दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा की मांग- माकपा नेता
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम के साथ रैली का नेतृत्व करने वाले, वाम मोर्चा के अध्यक्ष बिमान बोस ने कहा कि राज्य में ‘सामूहिक हत्या' की घटना को छिपाने के किसी भी प्रयास का विरोध किया जाएगा। बोस ने ग्रामीणों को बचाने के लिए कथित तौर पर ‘कुछ नहीं करने' को लेकर पुलिस की कड़ी आलोचना की। मोहम्मद सलीम ने घटना स्थल का दौरा करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में आरोप लगाया कि मकानों में आगजनी की घटना में अवैध रेत खनन माफिया ने अहम भूमिका निभाई है। माकपा नेता ने दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की। उन्होंने कहा, ‘‘हम इस बर्बर हमले में शामिल लोगों के लिए कड़ी से कड़ी सजा चाहते हैं।''

rajesh kumar

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