Pay Scale Government Employees: सरकारी बाबुओं के लिए खुशखबरी: ₹25,500 से बढ़कर ₹81,100 सैलरी

punjabkesari.in Thursday, Nov 20, 2025 - 10:22 AM (IST)

नेशनल डेस्क: भारत में सरकारी नौकरी का आकर्षण सिर्फ नौकरी की सुरक्षा तक सीमित नहीं है। असल में, यह आकर्षण उस पे-स्ट्रक्चर में भी छिपा है, जो पहली नजर में सरल लग सकता है, लेकिन इसके पीछे एक जटिल गणित और अलग-अलग भत्तों का नेटवर्क होता है। अक्सर लोग सरकारी वेतन को सिर्फ बेसिक पे या पे-स्केल तक ही सीमित समझ लेते हैं, जबकि असली इन-हैंड सैलरी इससे कई गुना अधिक होती है।

पे-स्केल कैसे तय होती है?
सरकारी कर्मचारियों की सैलरी सीधे किसी अधिकारी द्वारा नहीं बनाई जाती। इसके लिए विशेष पे कमीशन होती है, जो कर्मचारियों के वेतन और भत्तों की सिफारिश करती है। वर्तमान समय में सभी केंद्रीय कर्मचारियों को 7th Pay Commission के अनुसार वेतन मिलता है। पे-स्केल तय करने में कई कारक शामिल होते हैं:

  • कर्मचारी का पद और जिम्मेदारी

  • योग्यता और अनुभव

  • विभाग और नौकरी का प्रकार

इन सबके आधार पर विभिन्न लेवल्स निर्धारित किए जाते हैं। जैसे: Level 1, Level 3, Level 6, Level 10, Level 12। हर लेवल की एक निश्चित बेसिक सैलरी रेंज होती है।

कुछ मुख्य लेवल्स और उनकी रेंज:

  • Level 1 (चपरासी, हेल्पर आदि): ₹18,000 – ₹56,900

  • Level 3 (क्लर्क, असिस्टेंट आदि): ₹21,700 – ₹69,100

  • Level 4 (LDC, स्टेनो): ₹25,500 – ₹81,100

लेकिन यह सिर्फ रेंज है। असली इनकम इसे कई गुना बढ़ा देती है।

भत्तों का जादू: पे-स्केल से इन-हैंड सैलरी तक
कई बार लोग आश्चर्यचकित हो जाते हैं कि कैसे 25,000 की बेसिक पे वाले कर्मचारी की इन-हैंड सैलरी 70–80 हजार तक पहुंच सकती है। इसका राज छुपा है भत्तों में। ये भत्ते बेसिक सैलरी के ऊपर मिलते हैं और कई बार बेसिक से भी अधिक हो जाते हैं।

मुख्य भत्ते जो सैलरी को बढ़ाते हैं:

  • DA (Dearness Allowance / महंगाई भत्ता): बेसिक पे का लगभग 50–60%

  • HRA (House Rent Allowance / मकान किराया भत्ता): शहर और शहर के साइज के हिसाब से 9% से 27%

  • TA (Transport Allowance / यात्रा भत्ता): नौकरी और स्थान के अनुसार

  • Medical Facility / स्वास्थ्य भत्ता: कर्मचारी और परिवार के लिए स्वास्थ्य कवरेज

  • Pension / NPS / PF योगदान: नौकरी के दौरान और रिटायरमेंट के बाद आर्थिक सुरक्षा

एक उदाहरण से समझें:
अगर किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी ₹25,500 है, तो उसके भत्ते इस तरह जोड़ सकते हैं:

  • DA (50%) = ₹12,750

  • HRA (18%) = ₹4,590

  • TA + अन्य = लगभग ₹5,000

इस तरह कुल इन-हैंड सैलरी लगभग ₹47,000–55,000 होती है। कई विभागों में अतिरिक्त भत्तों के साथ यह ₹70,000–80,000 तक भी पहुंच जाती है।

 


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Content Editor

Anu Malhotra

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