PM मोदी बोले- देशवासियों ने संविधान को हमेशा एक पवित्र ग्रंथ और ‘गाइडिंग लाइट' माना

Tuesday, Nov 26, 2019 - 12:59 PM (IST)

नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को जोर देकर कहा कि कर्तव्यों में ही नागरिक के अधिकारों की रक्षा है और नए भारत के निर्माण के लिए नागरिकों की हर गतिविधि में कर्तव्य पर पूरा जोर होना चाहिए। देश के संविधान के 70 साल पूरे होने के मौके पर यहां संसद भवन के केन्द्रीय कक्ष में दोनों सदनों की बैठक को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि देश के लोग ही संविधान की ताकत है, इसकी प्रेरणा हैं और इसका उद्देश्य हैं।

 

भारतीय संविधान को वैश्विक लोकतंत्र की सर्वोत्कृष्ट उपलब्धि बताते हुए उन्होंने कहा कि यह नागरिकों को न केवल अधिकारों के प्रति सजग रखता है बल्कि उनके कर्तव्यों के प्रति जागरूक भी बनाता है। उन्होंने कहा कि इस पावन मौके पर सभी नागरिक संकल्प लें कि कर्तव्यों से ओत-प्रोत भावना के साथ हम मिलकर देश के नव निर्माण में योगदान देंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि हर नागरिक की कोशिश होनी चाहिए कि उनके हर कार्यक्रम और हर बातचीत में कर्तव्य पर ही फोकस रहे।

 

देश के गौरवशाली नागरिक होने के नाते हमें सोचना चाहिए कि हमारे कृत्यों से देश को और मजबूत कैसे बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि देश के 130 करोड़ नागरिकों ने लोकतंत्र के प्रति आस्था को कभी कम नहीं होने दिया और संविधान को हमेशा एक पवित्र ग्रंथ तथा ‘गाइडिंग लाइट' माना। उन्होंने कहा कि आज अगर बाबा साहब होते तो उनसे अधिक प्रसन्नता शायद ही किसी को होती, क्योंकि भारत ने इतने वर्षों में न केवल उनके सवालों का उत्तर दिया है बल्कि अपनी आज़ादी को, लोकतंत्र को और समृद्ध और सशक्त किया है।

Seema Sharma

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