बेटियों के लिए बड़ी खुशखबरी! राजस्थान में 1 अप्रैल के बाद 66 हजार परिवारों को मिली पहली किश्त

punjabkesari.in Monday, Jul 21, 2025 - 01:18 PM (IST)

नेशनल डेस्क: राजस्थान सरकार ने बेटियों के जन्म को बढ़ावा देने और उनके भविष्य को सुरक्षित बनाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। 'लाडो प्रोत्साहन योजना' के तहत अब बेटियों के जन्म पर ₹1.5 लाख की आर्थिक सहायता दी जा रही है। पहले यह राशि ₹1 लाख थी, जिसे मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने 12 मार्च 2025 को बढ़ाकर ₹1.5 लाख कर दिया था। यह योजना पूरे राजस्थान में 1 अगस्त 2024 से लागू हुई है।

इस योजना के तहत, 1 अगस्त 2024 के बाद जन्म लेने वाली हर बेटी को यह सहायता 7 किश्तों में सीधे बैंक खाते में दी जा रही है। पहली किश्त बेटी के जन्म पर ₹2,500 की दी गई है। इस साल अप्रैल से जून के बीच, 66,447 से ज़्यादा बेटियों को इस योजना की पहली किश्त मिल चुकी है।

उदयपुर और जयपुर सबसे आगे
महिला अधिकारिता विभाग के अनुसार, इस वित्तीय वर्ष में 1 अप्रैल के बाद जन्मीं 66,447 बेटियों को पहली किश्त जारी की गई है। इस पहली किश्त के रूप में बेटी के जन्म पर माता को ₹2,500 की सहायता मिली है। अप्रैल से जून तक के तीन महीनों में उदयपुर में सबसे ज़्यादा 3,827 बेटियों को 'लाडो प्रोत्साहन योजना' का लाभ मिला है। वहीं, जयपुर दूसरे नंबर पर है, जहाँ 3,604 बेटियों को पहली किश्त की राशि मिली है।

कब-कब मिलती है कितनी राशि?
यह योजना बेटियों को उनके जन्म से लेकर स्नातक (ग्रेजुएशन) पूरा करने तक अलग-अलग चरणों में आर्थिक मदद देती है:
➤ जन्म पर: ₹2,500
➤ एक साल की उम्र और टीकाकरण के बाद: ₹2,500
➤ पहली कक्षा में प्रवेश पर: ₹4,000
➤ छठी कक्षा में प्रवेश पर: ₹5,000
➤ दसवीं कक्षा में: ₹11,000
➤ बारहवीं कक्षा में: ₹25,000
➤ स्नातक पास कर 21 साल की उम्र पूरी होने पर: ₹1,00,000


योजना का मुख्य उद्देश्य
'लाडो प्रोत्साहन योजना' के कई महत्वपूर्ण उद्देश्य हैं:
➤ बेटियों की पढ़ाई को बढ़ावा देना।
➤ उनके स्वास्थ्य और सामाजिक दर्जे में सुधार लाना।
➤ समाज में बेटियों के प्रति सकारात्मक सोच पैदा करना।
➤ बाल विवाह और लिंगभेद जैसी कुरीतियों को रोकना।


कौन ले सकता है योजना का लाभ?
इस योजना का लाभ उठाने के लिए कुछ ज़रूरी शर्तें हैं:
➤ बेटी राजस्थान की निवासी होनी चाहिए।
➤ उसका जन्म 1 जून 2016 के बाद हुआ हो।
➤ जन्म JSY (जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम) में पंजीकृत किसी सरकारी या निजी अस्पताल में हुआ हो।
➤ यह लाभ अधिकतम दो बेटियों को ही मिलेगा।
➤ माता-पिता के पास आधार कार्ड और भामाशाह कार्ड होना ज़रूरी है।


आवेदन कैसे करें?
'लाडो प्रोत्साहन योजना' के लिए आवेदन प्रक्रिया भी सरल बनाई गई है:
➤ आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ता गर्भवती महिलाओं की जानकारी अस्पताल को देती हैं।
➤ यह जानकारी RCH रजिस्टर और PCTS पोर्टल पर दर्ज की जाती है।
➤ जिनके पास भामाशाह कार्ड नहीं है, उन्हें ई-मित्र केंद्र से यह बनवाना होगा।
➤ दस्तावेज़ों की जांच के बाद, योजना की किश्तें सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में भेज दी जाएंगी।


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Content Editor

Mansa Devi

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