कोरोना संकट में रेलवे ने संभाली कमान, गोयल बोले-राज्यों को भेजी जाएगी 6177 मीट्रिक टन ऑक्सीजन

Monday, Apr 19, 2021 - 09:38 AM (IST)

नेशनल डेस्क: कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच देश के कई राज्यों में ऑक्सीजन गैस की किल्लत को दूर करने के लिए रेलवे ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलाएगी। देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में जबरदस्त वृद्धि के चलते मेडिकल ऑक्सीजन की मांग बढ़ गई है। अधिकारियों ने कहा कि खाली टैंकर विशाखापत्तनम, जमशेदपुर, राउरकेला और बोकारो से लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन भरने के लिए सोमवार को मुंबई और उसके आसपास कलमबोली और बोइसर स्टेशनों से चलेंगे।

इसी बीच केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि 12 राज्यों के साथ बैठक करने के बाद केंद्र सरकार ने राज्यों की जरूरतों के हिसाब से मैपिंग की है और अलग-अलग राज्यों को 6177 मीट्रिक टन ऑक्सीजन सप्लाई की जाएगी। सिर्फ कोर नौ सेक्टरों को छोड़कर बाकी सभी इंडस्ट्री को ऑक्सीजन की सप्लाई 22 अप्रैल तक रोक गई है, ताकि अस्पतालों को सही मात्रा में ऑक्सीजन मिल सके।

4,795 मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्जीजन का इस्तेमाल
रेल मंत्री ने बताया कि देश में कोरोना से पहले हर दिन  1000-1200 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की खपत होती थी लेकिन 15 अप्रैल को 4,795 मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्जीजन का इस्तेमाल हुआ। गोयल ने बताया कि ऑक्सीजन सप्लाई केंद्र द्वारा हो रही है उसमें सबसे अधिक महाराष्ट्र को 1500 मीट्रिक टन, दिल्ली को 350 मीट्रिक टन, उत्तर प्रदेश को 800 मीट्रिक टन ऑक्सीजन गैस मिलने जा रही है। 

पीएम मोदी ने दिया हरसभव मदद का भरोसा
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट किया कि ऑक्सीजन एक्सप्रेस के लिए रोल-ऑन-रोल-ऑफ ऑक्सीजन ट्रक लोड किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार कोरोना रोगियों की हरसंभव मदद के लिए तैयार है। एक अधिकारी ने कहा, ''19 अप्रैल को खाली टैंकर चलेंगे, लिहाज हम अगले कुछ दिन में ऑक्सीजन एक्सप्रेस अभियान शुरू होने की उम्मीद करते हैं। जहां कहीं मांग होगी, हम वहां ऑक्सीजन भेज सकेंगे। ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों के तीव्र संचालन के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया जा रहा है।'' लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की ढुलाई से संबंधित मुद्दों पर 17 अप्रैल को रेलवे बोर्ड के अधिकारियों, राज्य परिवहन आयुक्तों और उद्योग जगत के प्रतिनिधियों की बैठक हुई थी।

बता दें कि महाराष्ट्र, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार समेत कई राज्यों में ऑक्सीजन की भारी किल्लत है। कई मरीजों की मौत ऑक्सीजन नहीं मिल पाने के कारण हो रही है। वहीं कई अस्पताल तो मरीजों को इसलिए भर्ती नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि उनके पास पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं है।

Seema Sharma

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