बड़ी नाइंसाफी! दिल्ली से अब तक 6 महिलाएं ही पहुंचीं लोकसभा

Monday, Apr 29, 2019 - 10:43 AM (IST)

नई दिल्ली (प्रियंका सिंह): आधी आबादी का दर्जा मिलने के बाद भी राजधानी दिल्ली से लोकसभा संसद तक पहुंचने वाली महिला उम्मीदवारों की संख्या सिर्फ 7 फीसदी है। दिल्ली से अब तक लोकसभा चुनाव में 65 सांसद चुन कर गए हैं। जिनमें से सिर्फ 6 महिला सांसद बनी हैं। इससे साफ पता चलता है कि महिला उम्मीदवारों को लेकर राजनीतिक पार्टियां  कितनी गंभीर हैं।



इस बार भी 17वीं लोकसभा चुनाव में लगभग 164 उम्मीदवार चुनाव में खड़े हुए हैं। इनमें से 18 महिला उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरी रही हैं। इनमें कांग्रेस से पहली बार शीला दीक्षित लोकसभा चुनाव में चांदनी चौक से नामांकन किया है जबकि आम आदमी पार्टी की पूर्वी दिल्ली से आतिशी और बीजेपी से दाक्षिणी दिल्ली से मिनाक्षी लेखी हैं। वहीं, बीएसपी से एक भी महिला उम्मीदवार को नहीं उतार गया है। गौरतलब है कि 1951 में केएमपीपी से सुचिता कृपलानी पहली महिला सांसद बनी थीं। तकरीबन 20 साल बाद दिल्ली को अपनी दूसरी लोकसभा महिला सांसद सुभद्रा जोशी कर रूप में मिली। सुभद्रा जोशी कांग्रेस की तरफ से चांदनी चौक की लोकसभा सांसद पद पर खड़ी हुई थीं। इसके बाद एक बार फिर दिल्ली को काफी इंतजार के बाद तीसरी महिला सांसद मिली।


9वीं लोकसभा चुनाव में भाजपा राजनीतिक दल से सुषमा स्वराज ने वर्ष 1996 में अपनी जीत दर्ज की, जिसके बाद 10वीं लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की प्रत्याशी मीरा कुमारी ने वर्ष 1998 में अपनी जीत दर्ज की। वहीं, वर्ष 2008 में पहली बार उत्तर पूर्वी दिल्ली को लोकसभा नवनिर्मित सीट की घोषणा की गई थी। इस सीट पर वर्ष 2009 में लोकसभा के लिए पहली बार चुनाव हुआ था, जिसमें कांग्रेस की तरफ से उतरी महिला उम्मीदवार कृष्णा तीरथ ने भारतीय जनता पार्टी के उदित राज को हराया था, जिसके बाद वह 5वीं महिला सांसद बनी। इसके बाद 2014 में भाजपा की मीनाक्षी लेखी छठी महिला सांसद बनीं। 

कांग्रेस ने दिए सबसे ज्यादा महिला सांसद 
राजधानी दिल्ली में सबसे ज्यादा कांग्रेस राजनीति पार्टी ने महिला सांसद दिए हैं। राजधानी दिल्ली के कुल 6 महिला सांसदों में से 3 सांसद कांग्रेस पार्टी से थी। वहीं, दो महिला सांसद भाजपा की तरफ से चुनाव में खड़ी हुई। 

16वें लोकसभा चुनाव में सिर्फ 11 फीसदी महिलाएं
वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में 543 से सिर्फ 61 महिला सांसद मौजद रही। जोकि 11 प्रतिशत रहा, जबकि वहीं वर्ष 2009 मेें 543 में से सिर्फ 58 महिलां ने अपना जीत दर्ज किया था। 

कब कितनी महिलाएं रहीं चुनावी मैदान में

वर्ष           कुल उम्मीदवार    महिला उम्मीदवार              प्रतिशत

2019        164                   18                                10 फीसदी
2014        150                   13                                 8 फीसदी
2009        160                   18                               11 फीसदी

vasudha

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