लद्दाख क्षेत्र में 6 कि.मी. अंदर तक घुसी चीनी सेना, फहराया झंडा

Saturday, Jul 13, 2019 - 05:44 AM (IST)

लद्दाख: डोकलाम गतिरोध के 2 साल बाद चीन की सेना ने एक बार फिर से भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की है। चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी ने कुछ दिन पहले जम्मू-कश्मीर के लद्दाख में पूर्वी डेमचोक इलाके में 6 किलोमीटर अंदर तक घुसपैठ की और अपना झंडा फहराया। चीन की सेना ने ऐसे समय पर घुसपैठ की है, जब स्थानीय निवासी तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा का जन्मदिन मना रहे हैं। 

जानकारी के मुताबिक डेमचोक की सरपंच ने चीन की सेना के घुसपैठ की पुष्टि की है। ये सैनिक सैन्य वाहनों में भर कर भारतीय सीमा में आए और चीन का झंडा फहराया। डेमचोक की सरपंच उरगेन चोदोन ने बताया कि चीन के सैनिक भारतीय सीमा में आए। उन्होंने बताया कि चीनी सैनिकों के डेमचोक में आने का मकसद कुछ और नजर आ रहा है। 

घुसपैठ की गतिविधि को अंजाम दे भारत पर दबाव बढ़ाना चाहता है चीन : सरपंच ने बताया कि चीन के सैनिक ऐसे समय पर इस इलाके में आए हैं जब स्थानीय लोग दलाई लामा का जन्मदिन मना रहे हैं। उरगेन ने बताया कि चीन के सैनिकों का डेमचोक में आना ङ्क्षचता की बात है। उन्होंने कहा कि चीन इस तरह की गतिविधि को अंजाम देकर भारत पर दबाव बढ़ाना चाहता है, ताकि अगर कभी बातचीत हो तो उस समय इस क्षेत्र पर अपना दावा किया जा सके। चीन यह कह सकता है कि वहां चीन का झंडा है और उसका टैंट है, ऐसे में यह इलाका उसका है। 

पीएम मोदी व चीन के राष्ट्रपति में हुई थी 27 व 28 अप्रैल को बैठक 

पी.एम. मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच 27 व 28 अप्रैल को वुहान में हुई बैठक को मोटे तौर पर द्विपक्षीय संबंधों में सुधार का श्रेय दिया जाता है, जिसमें डोकलाम में 73 दिन के गतिरोध के चलते खटास आ गई थी। डोकलाम में दोनों देशों के बीच गतिरोध चीन के सैनिकों द्वारा भारतीय सीमा के करीब उस क्षेत्र में एक सड़क बनाने का प्रयास किए जाने के बाद आया था, जिस पर 2017 में भूटान ने भी दावा किया था। वुहान शिखर सम्मेलन के बाद दोनों देशों ने विभिन्न क्षेत्रों में संबंधों को सुधारने के प्रयासों को आगे बढ़ाया, जिसमें एक-दूसरे की सेनाओं के बीच संबंध शामिल हैं। 

सेना का दावा भारतीय सीमा में नहीं घुसे चीनी सैनिक 
भारतीय सीमा में एक बार फिर चीनी सेना की घुसपैठ की खबरों का भारतीय सेना ने खंडन किया है। सेना ने कहा कि लद्दाख के दामचोक इलाके में 6 जुलाई को चीन के लोगों ने लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एल.ए.सी.) पार नहीं की थी। सेना ने कहा कि चीनी नागरिक अपनी सीमा में ही थे और वहीं से ही वे बैनर दिखा रहे थे।

2018 में भी की थी चीन ने घुसपैठ  
चीन ने ऐसा पहली बार नहीं किया है। यहां वास्तविक नियंत्रण रेखा पर एक नाले के पास अभी भी चीन के दो टैंट लगे हुए हैं। अगस्त 2018 में चीन ने इस क्षेत्र में घुसपैठ की थी और कई टैंट स्थापित किए थे। भारत के विरोध के बाद उसने कई टैंट हटाए, लेकिन अभी भी 2 टैंट वहां मौजूद हैं। यही नहीं, चीन ने सीमा के उस पार बड़ी संख्या में सड़कें बना ली हैं और आधारभूत ढांचे को मजबूत किया है।
 

Pardeep

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