सुप्रीम कोर्ट के 6 जज स्वाइन फ्लू की चपेट में, CJI ने बुलाई बैठक

Tuesday, Feb 25, 2020 - 08:09 PM (IST)

नई दिल्लीः सुप्रीम कोर्ट के छह न्यायाधीशों के स्वाइन फ्लू से प्रभावित होने के तथ्य के मद्देनजर प्रधान न्यायाधीश एस ए बोबडे ने मंगलवार को शीर्ष अदालत के न्यायाधीशों के साथ बैठक की और सुझाव दिया कि वकीलों और न्यायालय के कर्मचारियों को इस संक्रमण से बचाने के लिये टीका लगाया जाना चाहिए। यह मुद्दा उस समय सामने आया जब जस्टिस धनन्जय वाई चन्द्रचूड़ ने वकीलों से कहा कि शीर्ष अदालत के न्यायाधीशों की प्रधान न्यायाधीश के साथ बैठक हुई, जिसमे स्वाइन फ्लू की रोकथाम के लिये कदम उठाने का निर्णय किया गया।

जस्टिस चन्द्रचूड़ ने कहा कि बैठक में फैसला किया गया कि वकीलों के लिये भी एच1एन1 के टीके उपलब्ध कराये जायें। चीफ जस्टिस ने सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ भी इस विषय पर चर्चा की। इस बैठक की वजह से सीजेआई की अध्यक्षता वाली पीठ सवेरे साढ़े दस बजे की बजाय 11.08 बजे बैठी। शीर्ष अदालत के प्रशासन ने तत्काल कदम उठाने के लिये स्वास्थ्य मंत्रालय के संबंधित अधिकारियों से भी बातचीत की है।

शीर्ष अदालत के सूत्रों ने बताया कि सीजेआई ने सेक्रेटरी जनरल से कहा कि वह सीजीएचएस सुविधा बढ़ाने और एक अस्थाई चिकित्सालय स्थापित करने के बारे में मंत्रालय से बात करें ताकि जरूरत पड़ने पर वकीलों को भी एच1एन1 की चिकित्सा सुविधा मिल सके। सूत्रों ने बताया कि सीजीएचएस सुविधाओं को बढ़ाने और डिस्पेंसरी स्थापित करने के लिये पहले ही कदम उठाये जा चुके हैं। सूत्रों के अनुसार, ‘‘ चीफ जस्टिस और जस्टिस इस स्थिति से निबटने के लिये प्रभावी कदम उठाने के प्रति चिंतित थे। वे चाहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट में टीकाकरण प्रक्रिया शुरू की जाए।''

सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के सचिव अशोक अरोड़ा ने बताया, ‘‘चीफ जस्टिस ने सवेरे बैठक बुलाई थी और एच1एन1 की गंभीरता पर हमारे साथ चर्चा की।'' उन्होंने कहा कि बुधवार को शीर्ष अदालत में एच1एन1 के फैलने के बारे में जागरूकता कार्यक्रम होगा और बृहस्पतिवार से इसका टीकाकरण अभियान शुरू होगा। अरोड़ा ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी शीर्ष अदालत परिसर में सीजीएचएस डिस्पेंसरी में सुविधायें बढ़ाने सहित कई प्रधावी कदम उठाने के लिये बुधवार को कोर्ट आएंगे।

 

Yaspal

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