मोदी 3.0 सरकार में महाराष्ट्र से गडकरी, गोयल, रक्षा, आठवले सहित 6 चेहरे
punjabkesari.in Monday, Jun 10, 2024 - 11:45 AM (IST)
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नेशनल डेस्क: नरेंद्र मोदी 3.0 सरकार में महाराष्ट्र से 6 मंत्रियों को शामिल किया गया। इनमें 4 मंत्री बीजेपी, एक मंत्री शिंदे सेना और एक आरपीआई का शामिल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागपुर से नितिन गडकरी को, मुंबई से पीयूष गोयल, रामदास आठवले, उत्तर महाराष्ट्र से रक्षा खड़से, पश्चिम महाराष्ट्र से मुरलीधर मोहोल और विदर्भ के बुलढाणा से जीते शिंद सेना के प्रताप राव जाधव को अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया है।
लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में झटका लगने के बाद मंत्रिमंडल में शामिल करते समय क्षेत्रीय और जातीय संतुलन को देखा गया है। मंत्रिमंडल में ओबीसी, मराठा, एससी और गडकरी के रूप में ब्राह्मण चेहरे शामिल किए गए हैं। लेकिन मराठवाडा और कोकण से किसी को मंत्री पद न मिलने से राजनीतिक पंडित भी हैरान है। मोदी के दूसरे कार्यकाल में रावसाहेब दानवे मराठवाडा और नारायण राणे कोकण से मंत्री थे। हालांकि लोगों का मानना है कि मंत्रिमंडल में शामिल करने से पहले आने वाले विधानसभा चुनाव में लाभ-हानि का विश्लेषण किया गया। उसी आधार पर मंत्रियों का चयन किया गया।
गडकरी ने बनाई हैट्रिक-
सरकार में शामिल होने वाले नितिन गडकरी गिने-चुने नेताओं में शामिल है, जिन्होंने मंत्री बनने की हैट्रिक लगाई है। गडकरी को महाराष्ट्र ही नहीं, देश का बड़ा नेता माना जाता है। नागपुर सीट से जीत की हैट्रिक लगाने वाले गडकरी आरएसएस के भी काफी करीबी है। साथ ही पार्टी में एक बड़ा ब्राह्मण चेहरा है। केंद्र में सड़क एवं परिवहन मंत्री के रूप में गडकरी ने पूरे देश में अपनी एक अलग छवि बनाई है। गडकरी सिर्फ नागपुर ही नहीं, बल्कि पूरे विदर्भ में बीजेपी का चेहरा है।
सरपंच से मंत्री तक पहुंचीं रक्षा
ससुर एकनाथ खडसे के पार्टी छोड़कर जाने के बाद भी रक्षा खड़से बीजेपी के साथ बनी रहीं। चुनाव में रक्षा पर विश्वास जताते हुए बीजेपी ने फिर उन्हें जलगांव के रावेर से उम्मीदवार बनाया और उन्होंने जीत की हैट्रिक लगाई। रक्षा को इसका इनाम केंद्र में मंत्री के रूप में मिला। सरपंच पद से राजनीति की शुरुआत करने वाली रक्षा महाराष्ट्र की महिलाओं का भी मोदी कैबिनेट में प्रतिनिधित्व करेंगी। रक्षा महाराष्ट्र में बीजेपी की तरफ से बड़ा ओबीसी चेहरा बन सकती है।
पीयूष गोयल हैं मोदी के खास
उत्तर मुंबई सीट से जीतकर पहली बार लोकसभा पहुंचे पीयूष गोयल लगातार तीसरी बार मोदी मंत्रिमंडल में अपनी अहम भूमिका निभाएंगे। गोयल को मंत्रिमंडल में शामिल कर बीजेपी ने मुंबई के साथ कोकण को भी साधा है। गोयल के जरिए बीजेपी मुबई के व्यापारियों की समस्या को करीब से जानने की कोशिश की है। गोयल मुंबई और दिल्ली के बीच सेतु का काम करेंगे। गोयल को मोदी का करीबी माना जाता है, इसका फायदा मुंबई और कोकण को मिलने की उम्मीद की जा रही है।
RSS के करीबी हैं मुरलीधर मोहोल
नगरसेवक से राजनीतिक शुरुआत करने वाले मुरलीधर मोहोल पुणे से लोकसभा के लिए चुने गए है। मराठा समाज का प्रतिनिधित्व करने वाले मोहोल आरएसएस के भी काफी करीबी है। मोहोल के जरिए बीजेपी ने जहां पश्चिम महाराष्ट्र को केंद्र में प्रतिनिधित्व दिया है, वहीं मराठा समाज को भी खुश करने की कोशिश की है। मोहोल पुणे में बीजेपी के युवा चेहरे है, जो बीजेपी के लिए भविष्य में बड़ा मराठा चेहरा बन कर उभर सकते है।
बड़ा दलित चेहरा हैं आठवले
महाराष्ट्र में सबसे बड़े दलित चेहरे रामदास आठवले को मंत्रिमंडल में शामिल कर बीजेपी ने राज्य के नाराज दलित समाज को खुश करने की कोशिश की है, क्योंकि लोकसभा चुनाव 2024 में दलित समाज बीजेपी सहित एनडीए से छिटक गया था। आनेवाले विधानसभा चुनाव में आठवले बीजेपी के लिए काफी फायदेमंद हो सकते है। विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने आठवले का दलित वोटों को फिर से बीजेपी के साथ जोड़ने के लिए बड़ी योजना बनाई है।
शिंदे के विश्वासपात्र हैं प्रतापराव
विदर्भ की बुलढाणा सीट से चौथी बार जीत कर लोकसभा पहुंचे प्रतापराव जाधव शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) से केंद्र में मंत्री बनने वाले एकमात्र चेहरा है। मराठा समाज से आने वाले जाधव को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का विश्वासपात्र माना जाता है। पहले केंद्र में मंत्री के लिए शिंदे के पुत्र कल्याण से सांसद श्रीकांत शिंदे का नाम चल रहा था। लेकिन एकनाथ शिंदे ने मराठा समाज से आनेवाले जाधव पर विश्वास जताया है।