राज्यसभा में मोदी की मौजूदगी से गतिरोध टूटा

Thursday, Nov 24, 2016 - 03:42 PM (IST)

नई दिल्ली: नोटबंदी के मुद्दे पर पिछले छह दिन से ठप राज्यसभा की कार्यवाही में आज उस समय गतिरोध टूट गया जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रश्नकाल के समय सदन में आए और उन्होंने एक घंटे तक कार्यस्थगन प्रस्ताव पर फिर से शुरू हुई चर्चा को बड़े गौर से सुना। वह बीच-बीच में मुस्कराते भी रहे। भोजनावकाश के लिए जब सदन की कार्यवाही स्थगित हुई तो उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, सदन में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद समेत सभी प्रमुख विपक्षी नेताओं के पास जाकर उनसे हाथ भी मिलाया और उनका विश्वास जीतने की कोशिश की। 
 

बारह बजे जैसे ही प्रश्नकाल शुरू हुआ काले रंग की बंडी और सफेद चूड़ीदार पाजामा-कुरते में मोदी ने सदन में प्रवेश किया और सबसे आगे की सीट पर वित्त मंत्री अरुण जेटली के बगल में चुपचाप बैठ गए। आज प्रश्नकाल में प्रधानमंत्री का दिन होता है।  इसके बाद सदन की कार्यवाही शुरू हुई और नोटबंदी पर अधूरी चर्चा फिर से शुरू हो गई। सदन में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आकााद ने कहा कि प्रधानमंत्री सदन में आए हैं तो वह पूरी चर्चा के दौरान उपस्थित रहें और चर्चा में हस्तक्षेप भी करें अगर ऐसा नहीं होता है तो हमारी पुरानी मांग बनी रहेगी।  
 

इस पर सदन के नेता जेटली ने कहा कि अब कोई किंतु-परंतु न हो। प्रधानमंत्री चर्चा में हस्तक्षेप भी करेंगे। अब चर्चा तो शुरू कीजिए। इसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने चर्चा में भाग लेते हुए करीब 10 मिनट तक हिस्सा लिया। उनके बाद समाजवादी पार्टी के नरेश अग्रवाल और तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन ने चर्चा में भाग लिया। अग्रवाल ने जब बोलना शुरू किया तो उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि वित्त मंत्री अरुण जेटली को भी प्रधानमंत्री ने नोटबंदी के फैसले की जानकारी नहीं दी। अगर जेटली को जानकारी होती तो वह मुझे कान में जरूर बताते। इस पर मोदी और जेटली दोनों को हंसी आ गई। मोदी अग्रवाल की बातों पर बाद में भी मुस्कराते रहे।

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