नोटबंदी का असर: हिंदू शादी में व्यंजन हुए कम, मुस्लिम निकाह फरवरी तक टले

Thursday, Nov 17, 2016 - 02:08 PM (IST)

कानपुर: शादियों के लिए बुक गेस्ट हाउस, कैटरिंग और रेस्टोरेंट पर नोटबंदी का खासा असर देखने को मिल रहा है। जिन हिंदू परिवारों में विवाह हैं वो लोग मेन्यू में से व्यंजन कम कर रहे हैं और मुस्लिम परिवारों में मैरिज हाल की बुकिंग रद्द करवाकर शादियां मार्च और अप्रैल तक टाली जा रही है। नोटबंदी के कारण होटल और रेस्टोरेंटों में रोजाना की ग्राहकी और किट्टी पार्टी जैसे आयोजनों की बुकिंग पर करीब 30 से 40 प्रतिशत तक असर पड़ा है। कानपुर शहर में करीब 300 गेस्ट हाउस और 100 मैरिज लॉन है। यूपी होटल एवं रेस्टोरेंट एसोसिएशन की आेर से प्राप्त जानकारी के मुताबिक शादी के इंतजाम के लिये चेक से भुगतान किए जा रहे हैं या उधार पर काम चलाया जा रहा है। 

दूसरी आेर, जिन मुस्लिम परिवारों में नवंबर या दिसंबर में शादी होनी थी उनकी तारीख अब फरवरी से अप्रैल तक बढ़ा दी गई है। रजबी रोड के अकबर मैरिज हाल के मालिक मो फैसल ने बताया, ‘‘इस महीने और अगले महीने होने वाली करीब 20 मुस्लिम परिवारों की शादियां स्थगित या रदद की गयी है क्योंकि लोगों के पास अदा करने के लिये नये नोट नही है। अब इन शादियों की बुकिंग फरवरी से अप्रैल के बीच की जाएगी।’’  बांसमंडी इलाके के नवाज मैरिज हाल के संचालक अफजाल अहमद ने बताया कि इस महीने होने वाले 16 निकाह और वलीमे के आयोजन स्थगित किये गये है। लोगों से जो एडवांस लिया गया था वह या तो वापस किया जा रहा है या आगे कि किसी तारीख में बुकिंग कराने पर उसे एडजस्ट किया जा रहा है। 

नोटबंदी से रेस्टोरेंट का व्यवसाय भी करीब 30 फीसदी कम हो गया है, एक रेस्टोरेंट के मालिक पंकज खत्री बताते है कि अब इक्का दुक्का परिवार या बिजनेस ग्रुप ही रेस्टोरेंट में आ रहे है। पहले हफ्ते में कम से कम तीन किट्टी पार्टियां होती थी लेकिन नौ नवंबर के बाद से एक भी पार्टी नहीं हुई है। होटल लैंड मार्क के अवधेश द्विवेदी ने बताया कि नौ नवंबर के बाद से होटल में किसी भी शादी या पार्टी की बुकिंग नहीं हुई है।  
 

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