कोरोना वायरस ने ली भारत के सबसे छोटे मरीज की जान, 45 दिन का था मासूम

Sunday, Apr 19, 2020 - 10:37 AM (IST)

नई दिल्ली/डेस्क। राजधानी दिल्ली (Delhi) समेत पूरे देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है। वहीं रोजाना कोरोना से मरने वालों के आंकड़े में भी इजाफा हो रहा है। शनिवार को इस जानलेवा वायरस ने देश ही नहीं पूरे एशिया के सबसे छोटे उम्र के कोरोना संक्रमित बच्चे की जान ले ली। ये खबर जानने के बाद सभी के मन में उदासी और हताशा है।

शनिवार को दिल्ली के कलावती सरन चिल्ड्रेन हॉस्पिटल में महज 45 दिन के बच्चे ने कोरोना से जंग हारते हुए दम तोड़ दिया। अस्पताल सूत्रों के अनुसार ये बच्चा पूरे एशिया महाद्वीप में अब तक का सबसे छोटा कोरोना संक्रमति मरीज था। इसी अस्पताल में अभी एक 10 महीने का बच्चा भी कोरोना संक्रमित है, जिसका इलाज चल रहा है।

वहीं इस अस्पताल के एक सीनियर डॉक्टर को भी तीन दिन पहले कोरोना संक्रमित पाया गया है। इसके साथ ही इस अस्पताल के एक अन्य डॉक्टर, तीन नर्स और स्टाफ के कुछ अन्य लोगों में भी कोरोना का संक्रमण पाया गया है। बताया जा रहा है कि ये सभी उस बच्चे के इलाज योगदान कर रहे थे जिसकी कोरोना संक्रमण के कारण मौत हो गई। 


स्टाफ के 30 लोगों की हुई जांच
अस्पताल सूत्रों के अनुसार यहां अभी कुछ और बच्चों को भर्ती किया गया है जो कोरोना पॉजिटिव हैं। वहीं ये भी बताया गया कि अब तक अस्पताल के 30 स्टाफ मेंमबर्स का कोरोना परीक्षण किया गया है। जिनमें से कई लोगों की कोरोना रिपोर्ट तो नेगेटिव आई है, लेकिन कुछ लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। वहीं इस अस्पताल में भर्ती किए गए बच्चों को वेंटिलेटर पर रखा गया है। 


बच्चों का रखें खास ख्याल
दरअसल, नवजात बच्चों और बुजुर्गों में रोग प्रतिरोधक क्षमता की कमी होती है। जिसके कारण ये वायरस कम उम्र के बच्चों और बुजुर्ग के लिए खतरनाक साबित होता है। डॉक्टरों को आपने कई बार ये सलाह देते हुए सुना होगा कि अपने घर के बच्चों और बुजुर्गों का इस वक्त खास ख्याल रखें। इस सलाह के पीछे का सबसे बड़ा कारण यही है कि उनकी रोग प्रतिरोध क्षमता कम होती है और ये वायरस ऐसे ही लोगों को अपना शिकार बनाता है। 

 

Kamini Bisht

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