देश में अगले 3 वर्षों में चलेंगी 44 नई वंदे भारत ट्रेनें, जानिए कितना होगा किराया

Wednesday, Jul 29, 2020 - 05:41 AM (IST)

नई दिल्लीः इन अटकलों के बीच कि 2022 तक 44 वंदे भारत ट्रेनों के पटरी पर उतरने में देरी हो सकती है, रेलवे ने मंगलवार को कहा कि इन ट्रेनों का निर्माण अब एक नहीं बल्कि तीन रेल इकाइयों में किया जाएगा और अगले तीन वर्षों के भीतर ये ट्रेनें रेल नेटवर्क में आ जाएंगी। 

रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष वी के यादव ने मंगलवार को कहा कि ट्रेनों को एकसाथ तीन रेल इकाइयों - रेलवे कोच फैक्ट्री, कपूरथला, मॉडर्न कोच फैक्ट्री, रायबरेली और इंटीग्रल कोच फैक्ट्री, चेन्नई में बनाया जाएगा।

यादव ने कहा, ‘‘कुछ महीने पहले निर्णय लिया गया था कि रेलवे की तीन विनिर्माण इकाइयां इन ट्रेनों का निर्माण करेंगी, जिससे उनके निर्माण में लगने वाले समय में कमी आएगी। 44 ट्रेनें अगले दो से तीन वर्षों में चलनी शुरू हो जाएंगी। एक बार निविदा को अंतिम रूप देने के बाद एक निश्चित समयावधि उपलब्ध कराई जाएगी।'' 

इन रूट्स पर चलेंगे प्राइवेट ट्रेन
प्राइवेट ट्रेनों के लिए 12 कलस्टर्स का चयन किया गया है। पूरे देश को कवर करने की कोशिश की गई है। पहले क्लस्टर्स में चंडीगढ़, बेंगलुरु, हावड़ा, मुम्बई और दूसरे कलस्टर्स में पटना, प्रयागराज, सिकन्द्राबाद शामिल है। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा, प्राइवेट ट्रेन संचालन अप्रैल 2023 तक शुरू होने की संभावना है, सभी कोच मेक इन इंडिया पॉलिसी के तहत खरीदे जाएंगे।

प्राइवेट ट्रेनों में किराया होगा प्रतिस्पर्धी
रेलवे बोर्ड अध्यक्ष ने कहा कि अगले 6 से 8 महीने में फाइनेंशियल बिड्स आएंगी। 2023 में प्राइवेट कंपनिया ट्रेन चलाना शुरू कर देंगी। प्राइवेट ट्रेनों में किराया प्रतिस्पर्धी होगा। एयरलाइंस, बसों जैसे परिवहन के अन्य साधनों की कीमतों को ध्यान में रखा जाना चाहिए।
 

Pardeep

Advertising