सड़क बनाने के लिए बीच में आया 400 साल पुराना बरगद का पेड़, NHAI ने बदल दिया रोड का नक्शा

Saturday, Jul 25, 2020 - 05:55 PM (IST)

नेशनल डेस्कः महाराष्ट्र के सांगली जिले में एक ऐतिहासिक बरगद के पेड़ को बचाने के लिए केंद्र सरकार ने एक अनोखा फैसला लिया। हाइवे प्रॉजेक्ट के लिए पास हुए नक्शे में बदलाव करते हुए सरकार ने पेड़ को ना काटने का फैसला किया। जिस हाइवे के लिए ये फैसला किया गया, उसे NHAI के अफसर बना रहे हैं।

महाराष्ट्र के सांगली जिले में लगे इस 400 साल पुराने पेड़ से स्थानीय लोगों का बहुत लगाव है। बीते दिनों एनएचएआई ने इस पेड़ को हटाकर यहां पर हाइवे बनाने का प्लान तैयार किया तो बड़ी संख्या में सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध शुरू कर दिया। इसके बाद मामला महाराष्ट्र सरकार के मंत्री आदित्य ठाकरे तक पहुंचा।

विरोध बढ़ता देख पेड़ के बारे में जब राज्य के पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे को अवगत कराया गया, तो उन्होंने तुरंत एक्शन लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से बात की और इस पेड़ को बचाने की मांग की। आदित्य ठाकरे से बात करने के बाद नितिन गडकरी ने इस पेड़ को बचाने के लिए हाइवे के नक्शे में ही बदलाव करके ये प्रोजेक्ट पूरा करने का आदेश दिया है।

निर्माणाधीन रत्नागिरी- नागपुर हाइवे नंबर 166 सांगली जिले के भोसे गांव के पास से गुजर रहा है। सांगली के पर्यावरण वादी कार्यकर्ताओं ने पेड़ काटने का विरोध किया था। सोशल मीडिया, न्यूज मीडिया में यह विरोध इतना फैल गया कि राज्य के पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे ने इसमें दखल दिया। उन्होंने केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से बात करके इस पुराने पेड़ को बचाने की गुजारिश की। नितिन गडकरी ने अपने डिपार्टमेंट के अधिकारियों से बात करके इस हाइवे के आरेखन में तब्दीली करके बरगद के इस 400 साल पुराने पेड़ को बचाने को कहा है और आखिरकार यह पेड़ बच गया है।

Yaspal

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