स्वच्छता में एक रुपए के निवेश पर 4 रुपए का रिर्टन: यूनिसेफ

Tuesday, Apr 10, 2018 - 05:16 AM (IST)

पटना: भारत में यूनिसेफ की प्रतिनिधि यासमीन अली हक ने सोमवार को कहा कि स्वच्छता में एक रुपए का निवेश 4 रुपए रिर्टन देता है।  चलो चंपारण सत्याग्रह से स्वच्छताग्रह के संदर्भ में सोमवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान यासमीन ने कहा कि स्वच्छ और सुरक्षित शौचालय हर बच्चे का अधिकार है। पांच साल से कम उम्र के बच्चों की होने वाली मौतों का सबसे बड़ा कारण डायरिया है। खुले में शौच, के कारण बच्चे डायरिया के शिकार हो रहे हैं तथा यह बच्चों में कुपोषण के स्तर को भी बढ़ा रहा है।

यासमीन ने कहा कि कुपोषण केवल बच्चों के शारीरिक क्षमता ही नहीं बल्कि बौद्धिक क्षमता को भी प्रभावित करता है। बच्चे अपने पूरी क्षमता का प्रयोग नहीं कर पा रहे हैं जिसका प्रभाव उनके सीखने की क्षमता पर भी पर रहा है।

गौरतलब है कि बिहार में हर दूसरा बच्चा नाटापन (उम्र के अनुपात में कम लंबाई) का शिकार है। यासमीन ने व्यवहार परिर्वतन पर बल देते हुए कहा कि शौचालय निर्माण से ज्यादा महत्वपूर्ण, लोगों को उसका प्रयोग और उसकी सफाई के प्रति जागरूक करना हैं और इसमें मीडिया की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है।

शौचालय के आर्थिक महत्व के बारे में बताते हुए यासमीन ने कहा कि यूनिसेफ के एक सर्वेक्षण के अनुसार यह अनुमान लगाया गया है कि यदि हर परिवार शौचालय बनाता और उसका प्रयोग करता है तो वह भारत में सालाना 50,000 रुपए बचा सकता है।

चलो चंपारण पहल के तहत स्वच्छाग्रहियों के बारे में बताते हुए यासमीन ने कहा कि पूरे बिहार में देश के अलग-अलग हिस्सों से लगभग 10,000 स्वच्छाग्रही आए हैं जो गांव-गांव जाकर शौचालय के बारे में समुदायों को जागरूक कर रहे हैं।

गौरतलब है कि यूनिसेफ भारत की कंट्री हेड यासमीन अली हक और बिहार के चीफ असदुर रहमान कल चंपारण सत्याग्रह के 100 वीं वर्षगाठ के समापन समारोह सत्याग्रह से स्वच्छाग्रह कार्यक्रम में भाग लेंगे और स्वच्छाग्रहियों से संवाद करेंगें।  

Punjab Kesari

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