मोर्चों पर तैनात जवानों को मिलेंगी 4 लाख मशीनगन और कारबाइन

Wednesday, Feb 28, 2018 - 07:24 PM (IST)

नई दिल्ली: सरकार ने अग्रिम मोर्चों पर दशकों से पुराने हथियारों से लड़ रहे जवानों को अत्याधुनिक हथियारों से लैस करने की दिशा में बड़ा और महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए 7607 करोड़ रुपए की लागत से 41 हजार लाइट मशीन गन और साढे तीन लाख से भी अधिक कारबाइन की खरीद को बुधवार को मंजूरी दे दी।

रक्षा सूत्रों के अनुसार रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में बुधवार को हुई रक्षा खरीद परिषद (डीएसी) की बैठक में कुल 9 हजार 435 करोड़ रुपए के रक्षा सौदों पर मुहर लगाई गई। इनमें मशीन गन और कारबाइन के साथ-साथ उच्च क्षमता के रेडियो सेट और तटरक्षक बल के लिए दो प्रदूषण नियंत्रण पोतों की खरीद को भी हरी झंडी दिखाई गई।

दरअसल अग्रिम मोर्चों पर तैनात जवान दशकों से पुराने जमाने के हथियारों से दुश्मन के साथ दो-दो हाथ कर रहे थे। विशेष रूप से सीमापार से आने वाले घुसपैठियों तथा आतंकवादियों से लड़ाई में जवानों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही थी। जवानों के अत्याधुनिक व्यक्तिगत हथियारों तथा संचार उपकरणों से लैस होने के बाद उनकी लडऩे की क्षमता बढ़ेगी तथा उनका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।

बैठक में यह भी निर्णय लिया गया है कि सीमाओं पर तैनात जवानों की तात्कालिक जरूरतों को देखते हुए विभिन्न अभियानों के लिए सैनिकों के व्यक्तिगत हथियारों की खरीद फास्ट ट्रैक आधार पर की जाएगी। बुधवार को जिन हथियारों की खरीद को मंजूरी दी गई उनमें से 75 प्रतिशत देश से ही‘बॉय एंड मेक इंडियन’श्रेणी के तहत खरीदे जाएंगे। इससे मोदी सरकार की मेक इन इंडिया योजना को भी बढावा मिलेगा। 

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